बूंदी. बूंदी विधायक हरिमोहन शर्मा ने गर्मी को देखते हुए पूरे जिले में उत्पन्न हो रहे जल संकट पर चिंता जाहिर की. उन्होंने कहा कि जल संकट के मद्देनजर विधायक कोष व अन्य मद से जिला परिषद बूंदी और जिला कलेक्टर को पत्र लिखकर क्षेत्र में 50 से अधिक हैडपंप लगाने को कहा गया था. बावजूद इसके जिला प्रशासन की ओर से इस विषय पर उन्हें कोई जवाब नहीं दिया गया है और न ही विधायक कोष उपलब्ध कराया गया है. उन्होंने आगे कहा कि विधायक कोष के इतर भी अन्य मद से भी काम कराए जा सकते हैं, लेकिन इसकी भी स्वीकृति नहीं मिली है. ऐसे में अब जल संकट को लेकर जिले के विधायकों के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गई है.
बूंदी विधायक ने कहा कि वर्तमान सरकार ने आचार संहिता के ठीक एक दिन पहले विधानसभा क्षेत्र सांगोद, मनोहर थाना , डग, कोटा दक्षिण, लाडपुरा, बारा, बारा अटरू सहित विभिन्न ऐसे विधानसभा क्षेत्र हैं, जहां 200 से अधिक हैड पंपों व 50 से अधिक ट्यूबवेलों की वित्तीय और प्रशासनिक स्वीकृति दी है. वहीं, इसके विपरीत बूंदी जिले की तीनों विधानसभा क्षेत्रों की उपेक्षा करते हुए सरकार ने न तो एक भी हैड पंप और न ही एक ट्यूबवेल को स्वीकृति दी. उन्होंने कहा कि अगर विधायक कोष की स्वीकृति प्रदान की जाती तो उससे भी इस काम को कराया जा सकता था, लेकिन मौजूदा सरकार ने ऐसा नहीं किया.
इसे भी पढ़ें - Protest In Barmer : पेयजल की समस्या को लेकर विधायक मेवाराम जैन देंगे धरना, सीएम को नोटिस देकर करवाया अवगत
उग्र आंदोलन की चेतावनी : विधायक ने राज्य की भजनलाल सरकार से अपील की, कि इस समस्या का जल्द निराकरण किया जाए, क्योंकि आमजन की समस्याओं के साथ सियासी भेदभाव सही नहीं है. ऐसे में अगर इस समस्या की ओर समय रहते ध्यान नहीं दिया गया तो फिर हम इसके समाधान के लिए उग्र आंदोलन के लिए मजबूर होंगे.