जयपुर: जिला कलेक्ट्रेट सभागार में गुरुवार को जिलास्तरीय जनसुनवाई कार्यक्रम में बड़ी संख्या में फरियादी अपनी समस्या लेकर जिला कलेक्टर जितेंद्र कुमार सोनी के पास पहुंचे. जिला स्तरीय जनसुनवाई में कुल 185 प्रकरण आए जिनमें से 24 मामलों का कलेक्टर ने हाथों हाथ निपटारा भी कर दिया. सिविल लाइन से भाजपा विधायक गोपाल शर्मा भी अपने क्षेत्र में अतिक्रमण और अवैध मीट की दुकानों की समस्या लेकर जनसुनवाई में पहुंचे.
जिला स्तरीय जनसुनवाई में कई अधिकारियों के अनुपस्थित रहने और अधिकारियों के तैयारी के साथ नहीं आने पर जिला कलेक्टर जितेंद्र कुमार सोनी ने नाराजगी भी जताई. उन्होंने अधिकारियों को एक बार फिर हिदायत दी कि जनसुनवाई में उनसे संबंधित मामलों की रिपोर्ट जिला कलेक्ट्रेट पहुंचाए. फरियादियों की भीड़ अधिक होने पर जनसुनवाई के दौरान एक बार हंगामा भी देखने को मिला.
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दरअसल जनसुनवाई में फरियादियों को एक-एक कर अंदर भेजने का निर्णय किया गया था, लेकिन अंदर फरियादियों की भीड़ अधिक होने के कारण कर्मचारियों ने लोगों को बाहर ही रोक दिया. इस पर बाहर काफी देर से इंतजार कर रहे फरियादियों ने हंगामा कर दिया. हंगामे की आवाज सुनकर जिला कलेक्टर ने कर्मचारियों के प्रति नाराजगी जताई और फरियादियों को अंदर भेजने के लिए कहा. कलेक्टर ने लोगों को शांत करने के लिए अधिकारियों को बाहर भेजा और उन्हें अलग से जनसुनवाई करने का कहा ताकि लोगों की समस्याओं का समाधान जल्द हो सके.
विधायक गोपाल शर्मा ने बताई यह समस्याएं: विधायक गोपाल शर्मा ने जनसुनवाई में अतिक्रमण और अवैध मीट की दुकानों का मुद्दा उठाया. उन्होंने सिविल लाइंस विधानसभा क्षेत्र की 40 फोटो दिखाकर इस संबंध में सबूत भी पेश किए. खुले में मीट बिक्री और गंदगी की तस्वीरें देखकर कलेक्टर ने नगर निगम के अधिकारियों के प्रति नाराजगी जताई. विधायक गोपाल शर्मा का विधानसभा क्षेत्र हैरिटेज नगर निगम क्षेत्र में आता है, लेकिन जनसुनवाई में हेरिटेज नगर निगम से कोई अधिकारी नहीं आया. इस पर कलेक्टर ने नाराजगी जताई. थोड़ी देर बाद नगर निगम से एक महिला अधिकारी पहुंची और जिला कलेक्टर ने उन्हें विधायक गोपाल शर्मा की ओर से दी गई शिकायत से अवगत कराया. उन्होंने कहा कि आधे घंटे में सफाई करवाकर फोटो व्हाट्सएप करने का निर्देश दिया.
मुख्य सचिव भी जुड़े जनसुनवाई में: जिला स्तरीय जनसुनवाई एवं समाधान कार्यक्रम में मुख्य सचिव सुधांश पंंत भी वीसी से जुड़े. उन्होंने सभी जिलों के जनसुनवाई के डिस्पोजल का फीडबैक लिया. उन्होंने नशा मुक्ति अभियान को लेकर कलक्टर्स को निर्देश भी दिया. उन्होंने बताया कि कई जिलों की पिछली माह की जनसुनवाई का डिस्पोजल 50 फीसदी से कम रहा है. इसमें जयपुर भी शामिल है.
यह मामले आये सामने:
- चौमूं नगर परिषद में गंदगी को लेकर एक फरियादी अपनी फरियाद लेकर पहुंचा. उसने कहा उसके वार्ड में फॉगिंग नहीं करवाई गई और ना ही समय पर कचरा उठता है. कलेक्टर ने जब अधिकारी से संबंध में बात की तो उन्होंने कहा कि चौमूं नगर परिषद के सभी क्षेत्रों में फोगिंग कर दी गई है. इस पर कलेक्टर ने कहा कि इस संबंध में जांच की जाए कि फरियादी के वार्ड नंबर 34 में फोगिंग हुई है या नहीं. यदि फोगिंग नहीं हुई, तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
- चौमूं से आए एक फरियादी ने कहा कि उसके यहां पेयजल को लेकर समस्या है. पेयजल लाइन तक नहीं डाली गई. जब विभाग में शिकायत करते हैं तो पोर्टल पर झूठा जवाब भेज दिया जाता है कि पानी पहुंचा दिया गया है. फरियादी की इस समस्या पर चौमूं विधायक शिखा मील ने भी समर्थन किया. उन्होंने कहा कि चौमूं की इंदिरा कॉलोनी में पेयजल की विकट समस्या है. इस पर पीएचईडी के अधिकारी ने कहा कि क्षेत्र में पेयजल की समस्या के समाधान के लिए 50 ट्यूबवेल का सर्वे पूरा कर लिया गया है. जल्द ही ट्यूबवेल लगाकर आम जनता को राहत दी जाएगी.
- पिछली जनसुनवाई में एक दिव्यांग भी दिव्यांगता प्रमाणपत्र बनवाने के लिए व्हीलचेयर पर आया था. उस समय जिला कलेक्टर ने सीएमएचओ को दिव्यांग की आंखों में समस्या देखकर उसकी आंखों का ऑपरेशन करने के निर्देश दिए थे. आज हुई जनसुनवाई में वही दिव्यांग जिला कलेक्टर के पास पहुंचा और बताया कि उसकी आंखों का ऑपरेशन करवा दिया गया है. इस पर जिला कलेक्टर जितेंद्र कुमार सोनी ने खुशी जताई.
- जनसुनवाई में एक व्यक्ति शराब की दुकान को बंद करने या उसे स्थानांतरित करने की समस्या लेकर पहुंचा. उसने बताया कि चांदपोल बाजार में गोविंद राव जी के रास्ते में एक शराब की दुकान है. लोग वहीं शराब लेकर दिन में ही पीना शुरू कर देते हैं. आबकारी विभाग के अधिकारी ने कहा कि हम दुकान को बंद नहीं कर सकते, लेकिन विकल्प के तौर पर उसे स्थानांतरित किया जा सकता है. अधिकारी ने बताया कि दूसरी जगह शराब की दुकान को स्थानांतरित करने पर व्यापार मंडल ने इसका विरोध किया था. इस पर जिला कलेक्टर ने कहा कि लोग वहां शराब लेकर गली में नहीं पिएं. इस संबंध में जरूर कार्रवाई की जा सकती है. उन्होंने इसके लिए पुलिस अधिकारी को निर्देश भी दिए.