सक्ती : सक्ती जिले के छितापंडरिया गांव के सरपंच पर वनविभाग की जमीन को क्रेशर संचालक को सौंपने का मामला सामने आया है.इस बात की शिकायत कलेक्टर से की गई है. कलेक्टर ने शिकायत मिलने के बाद जांच के बाद कार्रवाई का भरोसा दिलाया है.
क्या है मामला ?: छितापंडरिया गांव में मेसर्स गुरुश्री मिनरल्स नाम से क्रेशर चलता है.जहां से गिट्टी का आवागमन भारी वाहनों में किया जाता है.आरोप है कि गांव के सरपंच ने पहले रिजर्व एरिया की जमीन पर कच्ची सड़क बनाने की अनुमति मांगी.जब सरपंच को अनुमति मिल गई तो उसने जमीन को क्रेशर संचालक को सौंप दिया. अब इस सड़क का इस्तेमाल क्रेशर संचालक के वाहनों के आवागमन के लिए होता है. इसकी शिकायत कलेक्टर से की गई है.
'हमें लोगों से शिकायत मिली थी,वहां के सरपंच ने रिजर्व फॉरेस्ट के बीच में से निकलने वाली सड़क को किसी और को दे दी है.इस संबध में हम एक टीम का गठन करेंगे.इसके बाद हम ये पता लगाएंगे कि क्या तथ्य है और कैसे हुआ.'- अमृत विकास तोपनो, कलेक्टर
जहां आवाजाही प्रतिबंधित वहां सड़क : अब बड़ा सवाल ये है कि जहां पर लोगों की आवाजाही प्रतिबंधित होती है उस जगह पर पहले तो कच्ची सड़क बनाने की अनुमति मांगी गई.इसके बाद अनुमति मिलने पर सड़क के लिए हरे भरे पेड़ों की बलि दे दी गई.यही नहीं कच्ची सड़क की जगह पक्की सड़क और नदी के ऊपर पुल भी बना दिया. ग्रामीणों का आरोप है कि इस कारनामे में सरपंच के अलावा वन विभाग से जुड़े लोग भी शामिल है.इस मामले में आरटीआई से भी खुलासा हुआ है कि आनन फानन में सारा कारनामा किया गया है.