कैमूर(भभुआ): दशहरा मेले में बिछड़ा एक शख्स अपने परिवार से 20 साल बाद दोबारा कैमूर के दशहरा मेला में मिला. परिवार वाले इसे किसी चमत्कार से कम नहीं मान रहे हैं. करीब 20 साल बाद यह संभव हुआ. शख्स मानसिक रूप से विक्षिप्त है. दरअसल, 20 साल पहले भभुआ शहर में दशहरा का मेला देखने गया था. तभी वह अपने परिवार से बिछड़ गया था.
लापता व्यक्ति 20 साल बाद मिला: जानकारी के मुताबिक, शख्स भगवानपुर थाना क्षेत्र के मातर गांव निवासी बताया जाता है. जिसे लोग गूंगा के नाम से बुलाते हैं. वहीं उसकी छोटे भाई की पत्नी सुईया रानी ने बताया कि 20 साल पहले भभुआ शहर में दशहरा का मेला घूमने के लिए आए हुए थे. जहां वह परिजनों से बिछड़ गए, जिनको काफी खोजबीन किया गया लेकिन इनका कोई पता नहीं चला. यही नहीं खोजने में इनका भाई और उनकी मां की भी मौत हो गई है.
कुछ दिन पहले अखलासपुर बस स्टैंड पर दिखा था: बताया जाता है कि कुछ दिन पहले गांव के ही लोगों ने शख्स को भभुआ शहर के अखलासपुर बस स्टैंड के पास लिट्टी चोखा का दुकान पर देखा था. जिनकी पहचान की गई तो हम लोग उस दुकान पर पहुंचे और ले जाने लगे तो दुकानदार द्वारा उन्हें हमारे साथ नहीं जाने दिया जा रहा था. इसके बाद हम लोगों ने इसकी सूचना भभुआ थाना को दी. इसके बाद पुलिस वहां पहुंचकर हम लोगों को उन्हें शकुशल सौंप दिया.
"20 साल पहले यह व्यक्ति भभुआ में मेला घूमने आया था जो परिवार बिछड़ गया था. जिसकी पहचान परिजनों द्वारा किया गया है. पुलिस ने शख्स को बरामद कर थाना ले आई. जहां कागजी प्रक्रिया करने के बाद उसे उसके परिजनों को सौंप दिया जाएगा. व्यक्ति बोल नहीं पता था और मानसिक विक्षिप्त है."- शीतल राय, एसआई, भभुआ थाना
2013 से दुकान पर करता था काम: वहीं लिट्टी दुकान मालिक लक्ष्मण मल्लाह ने बताया कि यह 2013 में हमारे दुकान के पास आया था. समय बीतता गया लेकिन यह यहां से कहीं नहीं गया. इसके बाद मैंने लिट्टी दिया तो खाया. उसके बाद यही रहने लगा. तबीयत खराब होने पर मैं इलाज भी कराता था. परिजन आए हैं ले जाने के लिए लेकिन मुझे पुनः विश्वास नहीं हुआ. इसके बाद पुलिस आई इसके बाद मैं पुलिस के सामने उनके परिजनों को सौंप दिया.
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