बस्तर: नारायणपुर के झारागांव में सोमवार की रात मास्क पहनकर आए लोगों ने ग्रामीण सोमधर पर जानलेवा हमला कर दिया. अपराधी ग्रामीण सोमधर की हत्या करने के इरादे से आए थे. पिता पर हमला होते देख ग्रामीण की बेटी ढाल बनकर पिता के सामने खड़ी हो गई. बहादुर बेटी सुशीला कोर्राम ने बदमाशों के हाथों से कुल्हाड़ी छीनकर फेंक दी. घायल पिता को तुरंत घर के भीतर कर दरवाजा बंद कर लिया. सुशीला की हिम्मत देख मास्क पहनकर आए लोग मौके से भाग निकले.
बहादुर बेटी ने बदमाशों से बचाई पिता की जान: झारागांव के रहने वाले सोमधर खेती किसानी का काम करते हैं. सोमवार की रात जब पूरा परिवार सोने की तैयारी में था तब दरवाजे पर तेज दस्तक हुई. सुशीला को पता चल गया कि बाहर खतरा है. उसने बाहर खड़े लोगों को किसी तरह से वहां से चलता कर दिया. थोड़ी देर के बाद हमलावर दोबारा घर पर पहुंचे. अपराधियों ने ग्रामीण को जबरन खीचकर घर से बाहर निकाला. सुशीला ने मौके की नजाकत को भांपते हुए तुरंत एक बदमाश के हाथ से कुल्हाड़ी छीनकर फेंक दिया. बेटी की हिम्मत देख बदमाशों के हौसले पस्त हो गए. सुशीला ने तुरंत पिता को घर के भीतर पहुंचाया और दरवाजा बंद कर लिया.
''चार मोटरसाइकिलों में सवार होकर आठ लोग घर पर पहुंचे थे. सभी लोग मास्क पहने हुए थे. पहले तो हमने उनको वहां लौटा दिया. दोबारा आए तो पिता पर हमला कर दिया. मैंने एक आदमी के हाथ से कुल्हाड़ी लेकर फेंक दिया. घायल पिता को तुरंत घर के भीतर लेकर आई. बाद में पिता को इलाज के लिए अस्पताल लाया.'' - सुशीला कोर्राम, बहादुर बेटी
डिमरापाल में चल रहा ग्रामीण का इलाज: पिता की जान तो बेटी ने बचा ली लेकिन बदमाशों के हमले में उनके शरीर पर कई गंभीर चोटें आई हैं. ग्रामीण को जगदलपुर के डिमरापाल मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है. जख्मी ग्रामीण की हालत ठीक है. डॉक्टर उनकी सेहत का ध्यान रख रहे हैं.