मिर्जापुर : चुनार इलाके में शनिवार की देर रात लकड़बग्घा ने चारपाई पर सो रही बच्ची पर हमला करने की कोशिश की. वह उसे खींचकर ले जाना चाहता था. पोती की जान बचाने के लिए दादी लकड़बग्घे से भिड़ गई. घायल होने के बावजूद महिला ने हौसला नहीं खोया. वह लड़ने के साथ ही शोर भी मचाती रही. दादा ने भी अपनी जान की बाजी लगाकर लाठी-डंडे से वारकर लकड़बग्घे को मार डाला. वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच-पड़ताल की.
चुनार थाना क्षेत्र के नूनवटी गांव में राजकुमारी अपने परिवार के साथ रहती हैं. उनके परिवार में ढाई साल की एक पोती भी है. शनिवार को उनकी पोती अपनी मां के साथ चारपाई पर सो रही थी. इस दौरान एक लकड़बग्घा घर में घुस गया. वह बच्ची की ओर बढ़ रहा था. इस बीच पास में सो रही दादी राजकुमारी की नींद खुल गई. पोती को बचाने के लिए वह लकड़बग्घे से भिड़ गईं.
लकड़बग्घे ने उनके दाहिने हाथ पर कई जगह काट लिया. इसके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी. वह उससे लड़ती रही. शोर सुनकर बच्ची के दादा संतलाल की भी आंख खुल गई. वह लाठी लेकर लकड़बग्घे पर टूट पड़े. लकड़बग्घे ने उन पर भी हमला करने की कोशिश की, लेकिन वह भी बहादुरी के साथ डटे रहे. कुछ देर बाद उन्होंने ताबड़तोड़ वार कर लकड़बग्घे को मार डाला. परिजनों के मुताबिक अगर समय पर परिवार की नींद न खुलती तो बच्ची की जान जा सकती थी.
डीएफओ अरविंद राज मिश्रा ने बताया कि लकड़बग्घा एक घर में घुस गया था. उसने एक महिला को घायल कर दिया है. महिला के घर वालों ने लकड़बग्घा को मार दिया है. वन विभाग टीम ने मौके पहुंचकर लकड़बग्घे की शव को कब्जे में ले लिया गया है. घटना की जांच की जा रही है.
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