दौसा. सड़क परिवहन एवं राज्यमार्ग मंत्रालय केंद्रीय राज्यमंत्री और पूर्व सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह रविवार को धार्मिक नगरी मेहंदीपुर बालाजी धाम पहुंचे. इस दौरान उन्होंने सपरिवार बालाजी महाराज के चरणों में शीश नवाकर देश में खुशहाली की कामना की. इसके बाद केंद्रीय राज्यमंत्री ने मंदिर परिसर में दंडाधिकारी के रूप में मौजूद भैरव बाबा और प्रेतराज सरकार के भी दर्शन किए. इस अवसर पर उन्होंने भगवान को मिश्री मेवा का भोग लगाया.
वहीं मंदिर ट्रस्ट सचिव एमके माथुर ने केंद्रीय राज्य मंत्री की अगुवानी की. साथ ही ट्रस्ट सचिव ने केंद्रीय राज्य मंत्री का केसरिया दुपट्टा ओढ़ाकर उनका स्वागत किया. इस दौरान केंद्रीय राज्यमंत्री और पूर्व सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह ने मेहंदीपुर बालाजी दौरे के दौरान मीडिया से दूरी बनाए रखी. उन्होंने कहा कि ये उनका पारिवारिक दौरा है. इसलिए इस समय मीडिया के सामने किसी प्रकार की बात कहना उचित नहीं है. इस मौके पर उनके साथ एनएचएआई के अधिकारी पुष्पेंद्र सिंह राठौड़, पटवारी पप्पू सैनी सहित कई लोग मौजूद रहें.
बता दें कि, पूर्व सेना प्रमुख और केंद्रीय राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह सेना से रिटायर्ड होने के बाद 2014 में बीजेपी में शामिल हुए थे. साथ ही 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में उन्हें बीजेपी ने गाजियाबाद से उम्मीदवार बनाया था, जिसमें वीके सिंह ने जीत दर्ज की थी. इस दौरान बीजेपी ने उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहले कार्यकाल में विदेश राज्यमंत्री के पद पर शपथ दिलाई थी. वहीं 2019 में उन्हें फिर से बीजेपी ने गाजियाबाद लोकसभा सीट से एक बार चुनावी मैदान में उतारा था. ऐसे में उन्होंने यहां से लगातार दूसरी जीत दर्ज की, और केंद्रीय मंत्री मंडल में उन्हें सड़क परिवहन एवं राज्यमार्ग मंत्रालय केंद्रीय राज्यमंत्री की जगह मिली.
इसे भी पढ़ें- वीके सिंह बोले- अरुणाचल के एक इंच भूमि पर भी अतिक्रमण नहीं हुआ, POK जल्द भारत में होगा - Lok Sabha Election 2024
केंद्रीय राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह ने लोकसभा चुनाव 2024 में चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया था. उनके इस फैसले से उनके करीबी और समर्थकों में निराशा का माहौल हो गया. केंद्रीय राज्यमंत्री ने 24 मार्च 2024 की रात 8 बजे अपने X हैंडल पर पोस्ट कर लोकसभा चुनाव 2024 लड़ने से इंकार कर दिया था. उन्होंने पोस्ट में लिखा कि उनके लिए यह फैसला लेना आसान नहीं है, लेकिन वो अपनी ऊर्जा और समय नई दिशा में ले जाना चाहते हैं, जहां देश की सेवा अलग तरीके से कर सकेंगे.