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Rajasthan: पूर्व मंत्री बनवारी लाल शर्मा के घर पहुंचे मंत्री बेढम, परिजनों को दी सांत्वना, बोले- उनकी छवि ईमानदार नेता की थी - FORMER MINISTER BANWARI LAL SHARMA

धौलपुर से पांच बार विधायक रहे बनवारी लाल शर्मा के निधन पर मंत्री जवाहरसिंह बेढम उनके आवास पर पहुंचे और शोक संवेदना व्यक्त की.

Former Minister Banwari Lal Sharma
पूर्व मंत्री बनवारी लाल शर्मा के निधन पर शोक (Photo Etv Bharat Dholpur)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Nov 1, 2024, 4:36 PM IST

धौलपुर: गृह राज्य मंत्री एवं जिले के प्रभारी जवाहर सिंह बेढम शुक्रवार को पूर्व मंत्री बनवारी लाल शर्मा के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त करने उनके आवास पर पहुंचे. शर्मा के पुत्र पंकज शर्मा एवं पुत्रवधू नीरजा अशोक शर्मा से मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया.

मंत्री बेढम ने कहा कि शर्मा की राजनीति उनके जीवन काल में काफी स्वच्छ रही थी. नेक और ईमानदार नेता के रूप में उनकी छवि थी. उन्होंने कहा कि शर्मा के निधन से प्रदेश की राजनीति को बड़ी क्षति हुई है. बनवारी लाल शर्मा 5 मर्तबा विधानसभा सदस्य रह चुके हैं.

पढ़ें: पंचतत्व में विलीन हुए पूर्व मंत्री बनवारी लाल शर्मा, नम आंखों से 'एमएलए साहब' को लोगों ने दी विदाई

राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में रहकर भी उन्होंने प्रदेश के लिए बेहतर सेवाएं दी थी. बनवारी लाल शर्मा को धौलपुर जिले की राजनीति का चाणक्य भी माना जाता था. उनका नेक व्यक्तित्व और प्रेम विरोधियों को भी मिलने के लिए मजबूर कर देता था. मंत्री जवाहर सिंह बेढम के साथ जिला अध्यक्ष सत्येंद्र पाराशर एवं पुलिस अधीक्षक सुमित मेहरड़ा भी मौजूद रहे. गौरतलब है कि बनवारी लाल शर्मा का 86 साल की आयु में 23 अक्टूबर को दिल का दौरा पड़ने से निधन हुआ था. लंबे राजनीतिक करियर में उनका मुकाबला पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे एवं उपराष्ट्रपति भैरों सिंह शेखावत से भी हुआ था.

'एमएलए साहब' के नाम से पुकारते थे लोग : बनवारी लाल शर्मा को धौलपुर ही नहीं, बल्कि भरतपुर संभाग में 'एमएलए साहब' के नाम से पुकारा जाता था. बनवारी लाल शर्मा काफी मिलनसार स्वभाव के थे. राजनीतिक विरोधी भी शर्मा के पास सलाह मशविरा के लिए आते थे.

धौलपुर: गृह राज्य मंत्री एवं जिले के प्रभारी जवाहर सिंह बेढम शुक्रवार को पूर्व मंत्री बनवारी लाल शर्मा के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त करने उनके आवास पर पहुंचे. शर्मा के पुत्र पंकज शर्मा एवं पुत्रवधू नीरजा अशोक शर्मा से मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया.

मंत्री बेढम ने कहा कि शर्मा की राजनीति उनके जीवन काल में काफी स्वच्छ रही थी. नेक और ईमानदार नेता के रूप में उनकी छवि थी. उन्होंने कहा कि शर्मा के निधन से प्रदेश की राजनीति को बड़ी क्षति हुई है. बनवारी लाल शर्मा 5 मर्तबा विधानसभा सदस्य रह चुके हैं.

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राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में रहकर भी उन्होंने प्रदेश के लिए बेहतर सेवाएं दी थी. बनवारी लाल शर्मा को धौलपुर जिले की राजनीति का चाणक्य भी माना जाता था. उनका नेक व्यक्तित्व और प्रेम विरोधियों को भी मिलने के लिए मजबूर कर देता था. मंत्री जवाहर सिंह बेढम के साथ जिला अध्यक्ष सत्येंद्र पाराशर एवं पुलिस अधीक्षक सुमित मेहरड़ा भी मौजूद रहे. गौरतलब है कि बनवारी लाल शर्मा का 86 साल की आयु में 23 अक्टूबर को दिल का दौरा पड़ने से निधन हुआ था. लंबे राजनीतिक करियर में उनका मुकाबला पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे एवं उपराष्ट्रपति भैरों सिंह शेखावत से भी हुआ था.

'एमएलए साहब' के नाम से पुकारते थे लोग : बनवारी लाल शर्मा को धौलपुर ही नहीं, बल्कि भरतपुर संभाग में 'एमएलए साहब' के नाम से पुकारा जाता था. बनवारी लाल शर्मा काफी मिलनसार स्वभाव के थे. राजनीतिक विरोधी भी शर्मा के पास सलाह मशविरा के लिए आते थे.

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