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मंत्री नागर की बिजली कंपनियों को दो टूक, बोले- व्यवस्था नहीं सुधरी तो MOU निरस्त कर देंगे - Power Cut in Rajasthan

Warning to Electricity Companies, मंत्री हीरालाल नागर ने राजस्थान की बिजली कंपनियों की व्यवस्था को रिव्यू करने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही मंत्री हीरालाल नागर ने भी बिजली कंपनियों को साफ कहा है कि व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो एमओयू निरस्त कर दिया जाएगा.

Minister Hiralal Nagar Meeting
मंत्री हीरालाल नागर की मैराथन बैठक (ETV Bharat Kota)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : May 24, 2024, 8:05 PM IST

मंत्री हीरालाल नागर ने क्या कहा, सुनिए... (ETV Bharat Kota)

कोटा. भीषण गर्मी के चलते प्रदेश में कई जगह पर बिजली कटौती हो रही है और कोटा शहर में भी बार-बार ट्रिपिंग के चलते बिजली जा रही है, जिससे आम उपभोक्ता परेशान हो रहे हैं. इसी मामले को लेकर कोटा शहर के भारतीय जनता पार्टी के जनप्रतिनिधियों ने शुक्रवार को ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर से उनके निवास पर मुलाकात की थी और शिकायत की थी. जिसके बाद मंत्री नागर ने मैराथन बैठक की. कोटा इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड (केईडीएल) और जेवीवीएनएल के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं.

थर्मल के इरेक्टर्स हॉस्टल में शुक्रवार को अधिकारियों की बैठक ली. इस दौरान मंत्री हीरालाल नागर ने प्रदेश की बिजली कंपनियों की व्यवस्था को रिव्यू करने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही मंत्री हीरालाल नागर ने भी बिजली कंपनियों को साफ कहा है कि व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो एमओयू निरस्त कर दिया जाएगा. प्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव ऊर्जा आलोक से दूरभाष पर चर्चा कर इस संबंध में दिशा-निर्देश दिए. जेवीवीएनएल के एडिशनल चीफ इंजीनियर को फ्रेंचाइजी कंपनी केईडीएल के अधिकारियों के साथ मीटिंग के लिए बुलाया गया है. उन्होंने कई दिशा-निर्देश निजी बिजली कंपनी को दिए हैं. कमियां का आकलन किया जा रहा है. उसके बाद जयपुर में भी रिव्यू मीटिंग कर इन्हें सुधर जाएगा.

पढ़ें : मंत्री हीरालाल बोले- गहलोत सरकार ने पांच साल उत्पादन-वितरण पर ध्यान नहीं दिया, हम प्राथमिकता से कर रहे सुधार - Power Cut In Rajasthan

ऊर्जा मंत्री नागर ने कोटा शहर में केईडीएल की लापरवाही से उपभोक्ताओं को हो रही परेशानियों को लेकर फटकार लगाते हुए कहा कि प्रसारण निगम पर्याप्त मात्रा में केईडीएल को बिजली दे रहा है, फिर भी वितरण ठीक ढंग से नहीं हो रहा है. बार-बार ट्रिपिंग हो रही है, जिससे आमजन परेशान हो रहा है. केईडीएल के अधिकारियों का सिर्फ रेवेन्यू पर ध्यान है. जनप्रतिनिधियों की शिकायत पर केंद्रीयकृत कन्ट्रोल रूम (सीसीआर) की तर्ज पर कन्ट्रोल रूम उपलब्ध करवाने व केईडीएल को 11 उपखण्डों में फॉल्ट रेक्टिफिकेशन टीम (एफआरटी) की संख्या बढ़ाने को कहा है. फ्रेंचाईजी कम्पनी की उच्च स्तरीय ऑडिट करवाने के निर्देश दिए है.

बंद उत्पादन यूनिट को चालू करने के निर्देश : मंत्री हीरालाल नागर ने कहा कि काली सिंध पावर प्लांट की 600 मेगावाट की इकाई बंद है, जिसे जल्द ही चालू करने के निर्देश दिए हैं. अधिकारियों ने 28 मई तक इस लाइट अप करने की बात कही है. बढ़ती हुई मांग को देखते हुए धौलपुर गैस पावर प्लांट चालू कराया गया है और सूरतगढ़ की भी बंद यूनिट को जल्द लाइट अप करने के निर्देशित दिए हैं. सीएम भजनलाल के निर्देश है कि आम उपभोक्ता की लाइट नहीं जानी चाहिए. पश्चिम राजस्थान में वर्तमान में मूंगफली का सीजन चल रहा है और उद्योगों को पीक आवर की जगह लीक आवर में बिजली देने के निर्देश दिए.

समस्याओं के निदान के अनुसार फेज अनुसार छांटें : मंत्री हीरालाल नागर ने कहा कि उपभोक्ता को बिना रुकावट के 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराई जा सके, इसके लिए पूरे रीजन के अभियंताओं की मीटिंग ली है. फेज मैनर में निदान के लिए निर्देश दिए हैं. इसके लिए समस्याओं को छांटने के लिए भी कहा गया है, ताकि छोटी समस्या को दो से चार दिन, बड़ी समस्या को 8 से 15 दिन और इससे भी बड़ी समस्या को तयबद्ध समय में पूरा करने के लिए निर्देशित किया है. जिन समस्याओं के लिए हेड क्वार्टर से आवश्यकता है, वह भी पूरी करने के लिए निर्देश दिए हैं.

मंत्री हीरालाल नागर ने क्या कहा, सुनिए... (ETV Bharat Kota)

कोटा. भीषण गर्मी के चलते प्रदेश में कई जगह पर बिजली कटौती हो रही है और कोटा शहर में भी बार-बार ट्रिपिंग के चलते बिजली जा रही है, जिससे आम उपभोक्ता परेशान हो रहे हैं. इसी मामले को लेकर कोटा शहर के भारतीय जनता पार्टी के जनप्रतिनिधियों ने शुक्रवार को ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर से उनके निवास पर मुलाकात की थी और शिकायत की थी. जिसके बाद मंत्री नागर ने मैराथन बैठक की. कोटा इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड (केईडीएल) और जेवीवीएनएल के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं.

थर्मल के इरेक्टर्स हॉस्टल में शुक्रवार को अधिकारियों की बैठक ली. इस दौरान मंत्री हीरालाल नागर ने प्रदेश की बिजली कंपनियों की व्यवस्था को रिव्यू करने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही मंत्री हीरालाल नागर ने भी बिजली कंपनियों को साफ कहा है कि व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो एमओयू निरस्त कर दिया जाएगा. प्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव ऊर्जा आलोक से दूरभाष पर चर्चा कर इस संबंध में दिशा-निर्देश दिए. जेवीवीएनएल के एडिशनल चीफ इंजीनियर को फ्रेंचाइजी कंपनी केईडीएल के अधिकारियों के साथ मीटिंग के लिए बुलाया गया है. उन्होंने कई दिशा-निर्देश निजी बिजली कंपनी को दिए हैं. कमियां का आकलन किया जा रहा है. उसके बाद जयपुर में भी रिव्यू मीटिंग कर इन्हें सुधर जाएगा.

पढ़ें : मंत्री हीरालाल बोले- गहलोत सरकार ने पांच साल उत्पादन-वितरण पर ध्यान नहीं दिया, हम प्राथमिकता से कर रहे सुधार - Power Cut In Rajasthan

ऊर्जा मंत्री नागर ने कोटा शहर में केईडीएल की लापरवाही से उपभोक्ताओं को हो रही परेशानियों को लेकर फटकार लगाते हुए कहा कि प्रसारण निगम पर्याप्त मात्रा में केईडीएल को बिजली दे रहा है, फिर भी वितरण ठीक ढंग से नहीं हो रहा है. बार-बार ट्रिपिंग हो रही है, जिससे आमजन परेशान हो रहा है. केईडीएल के अधिकारियों का सिर्फ रेवेन्यू पर ध्यान है. जनप्रतिनिधियों की शिकायत पर केंद्रीयकृत कन्ट्रोल रूम (सीसीआर) की तर्ज पर कन्ट्रोल रूम उपलब्ध करवाने व केईडीएल को 11 उपखण्डों में फॉल्ट रेक्टिफिकेशन टीम (एफआरटी) की संख्या बढ़ाने को कहा है. फ्रेंचाईजी कम्पनी की उच्च स्तरीय ऑडिट करवाने के निर्देश दिए है.

बंद उत्पादन यूनिट को चालू करने के निर्देश : मंत्री हीरालाल नागर ने कहा कि काली सिंध पावर प्लांट की 600 मेगावाट की इकाई बंद है, जिसे जल्द ही चालू करने के निर्देश दिए हैं. अधिकारियों ने 28 मई तक इस लाइट अप करने की बात कही है. बढ़ती हुई मांग को देखते हुए धौलपुर गैस पावर प्लांट चालू कराया गया है और सूरतगढ़ की भी बंद यूनिट को जल्द लाइट अप करने के निर्देशित दिए हैं. सीएम भजनलाल के निर्देश है कि आम उपभोक्ता की लाइट नहीं जानी चाहिए. पश्चिम राजस्थान में वर्तमान में मूंगफली का सीजन चल रहा है और उद्योगों को पीक आवर की जगह लीक आवर में बिजली देने के निर्देश दिए.

समस्याओं के निदान के अनुसार फेज अनुसार छांटें : मंत्री हीरालाल नागर ने कहा कि उपभोक्ता को बिना रुकावट के 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराई जा सके, इसके लिए पूरे रीजन के अभियंताओं की मीटिंग ली है. फेज मैनर में निदान के लिए निर्देश दिए हैं. इसके लिए समस्याओं को छांटने के लिए भी कहा गया है, ताकि छोटी समस्या को दो से चार दिन, बड़ी समस्या को 8 से 15 दिन और इससे भी बड़ी समस्या को तयबद्ध समय में पूरा करने के लिए निर्देशित किया है. जिन समस्याओं के लिए हेड क्वार्टर से आवश्यकता है, वह भी पूरी करने के लिए निर्देश दिए हैं.

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