रांची: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की शराब नीति में गड़बड़ी मामले में गिरफ्तारी, कांग्रेस के बैंक खाते को सीज करने का मामला राष्ट्रीय स्तर पर गरमा गया है. वहीं झारखंड की राजनीति में गांडेय विधानसभा उपचुनाव और लोकसभा सीट को लेकर I.N.D.I.A दलों में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला क्या होगा, इस पर कयासों का दौर जारी है. इन सियासी मुद्दों पर कांग्रेस विधायक दल के नेता और संसदीय कार्यमंत्री आलमगीर आलम ने ETV BHARAT से एक्सक्लूसिव बात की.
मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी कोई चौंकाने वाली घटना नहीं है, इसका अनुमान हमलोगों को पहले से था. उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि चुनाव के समय उनकी गिरफ्तारी क्यों हुई, ये एक बड़ा सवाल है. गांडेय विधानसभा उपचुनाव में I.N.D.I.A की ओर से कल्पना सोरेन की उम्मीदवारी की जानकारी देते हुए मंत्री ने कहा कि उनकी ऐतिहासिक जीत होगी. झारखंड में I.N.D.I.A दलों के बीच सीट शेयरिंग और कांग्रेस अपने कोटे की सीट की घोषणा होली के बाद करेगी.
गिरफ्तारी के बावजूद नहीं जाती सदस्यता, सीएम रह सकते हैं अरविंद केजरीवाल
दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को पहले से संभावित बताते हुए मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि चुनाव से ठीक पहले अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी कई सवाल पैदा करते हैं. उन्होंने कहा कि दोष सिद्ध होने से पहले तक विधायक या सांसद की सदस्यता नहीं जाती है, ऐसे में गिरफ्तारी के बाद भी मुख्यमंत्री रहा तो जा सकता है, बाकी इसके विषय में कानून विशेषज्ञ ही बता पाएंगे. मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपनी सोच के हिसाब से गिरफ्तारी के बाद इस्तीफा दे दिया था.
सिर्फ कांग्रेस को परेशान करने की स्कीम बनाती है भाजपा- आलमगीर आलम
ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत में कांग्रेस विधायक दल के नेता और संसदीय कार्यमंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि सीताराम केसरी के समय के मामले में जिस तरह से कांग्रेस का बैंक खाता सीज किया गया है, उससे साफ है कि भाजपा की योजना सिर्फ कांग्रेस को परेशान करने की रही है. मंत्री ने कांग्रेस के बैंक खाते को सीज करने को गैरकानूनी करार दिया है. कांग्रेस विधायक आलमगीर आलम ने कहा कि नियम कहता है कि राजनीतिक दल के बैंक खाते को पूरी तरह सीज नहीं किया जा सकता है.
आलमगीर आलम ने यह भी कहा कि लेकिन यहां तो 14 लाख रुपये के लिए 200 करोड़ को सीज कर दिया गया ताकि चुनाव में कांग्रेस को नुकसान पहुंचाया जाए. भाजपा के लोगों को यह समझना चाहिए कि देश की आजादी की लड़ाई पैसे से नहीं जीती गयी थी. जब जनता ने मन बना लिया है, तब भाजपा की विदाई तय है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान जो पांच गारंटी दी है, उस पर जनता भरोसा करती है.
होली बाद कांग्रेस करेगी झारखंड में उम्मीदवार के नामों की घोषणा- आलमगीर
कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने कहा कि देश में सात चरणों में मतदान होना है, झारखंड में चौथे चरण से मतदान शुरू होगा. ऐसे में जहां जहां पहले मतदान होंगे, वहां के उम्मीदवारों की घोषणा हमारी प्राथमिकता में है. उन्होंने कहा कि चुनाव जीतने वाला उम्मीदवार ही कांग्रेस झारखंड में उतारेगी और इसमें कहीं कोई उलझन नहीं है.
भाजपा-आजसू के कई नेता कांग्रेस में आना चाहते हैं लेकिन...!
क्या भाजपा सचेतक रहे जयप्रकाश भाई पटेल के बाद और भी नेता कांग्रेस में शामिल होंगे. इस सवाल के जवाब में कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम कहा कि अभी कई नेता कांग्रेस में शामिल होना चाहते हैं लेकिन उनकी टिकट पाने की इच्छा रहती है. लेकिन हमारी प्राथमिकता अपने नेता और कार्यकर्ता हैं.
कल्पना सोरेन होंगी गांडेय विधानसभा से उम्मीदवार
ETV Bharat से खास बातचीत के क्रम में पहली बार किसी बड़े नेता के रूप में आलमगीर आलम ने यह बात सार्वजनिक की है कि कल्पना सोरेन को उम्मीदवार बनाने के लिए ही डॉ सरफराज अहमद ने इस्तीफा दिया था. उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद गांडेय में महागठबंधन के लिए लहर चल रही है. ऐसे में कल्पना सोरेन की जीत ऐतिहासिक होगी.
सीता सोरेन कोई नेम फेम चेहरा नहीं, भाजपा को नहीं होगा फायदा नहीं- आलमगीर
कांग्रेस नेता आलमगीर आलम ने कहा कि सीता सोरेन जहां गयीं हैं वहां वह प्रसन्न रहें क्योंकि वह तीन बार हमलोग की ओर से ही विधायक रही हैं. लेकिन यह भी साफ है कि सीता सोरेन संथाल और दुमका में कोई नेम फेम चेहरा नहीं है. इसलिए भाजपा को इसका कोई खास फायदा नहीं मिलने वाला है.
झारखंड में नहीं चलेगा ओवैसी का जादू
असुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM द्वारा झारखंड में 10 लोकसभा सीट पर उम्मीदवार खड़ा करने की योजना के सवाल का जवाब भी कांग्रेस विधायक दल के नेता सह मंत्री आलमगीर आलम ने दिया. उन्होंने कहा कि 2019 विधानसभा और आम चुनाव के बाद जो भी उपचुनाव हुए हैं, उनमें ओवैसी की पार्टी का क्या हाल हुआ यह सभी जानते हैं. अब राज्य के अल्पसंख्यक समुदाय जान गए हैं कि ओवैसी की पार्टी भाजपा को मदद पहुंचाती है, इसलिये उनका जादू अब यहां नहीं चलेगा.
2004 जैसा नतीजा दोहरायेगा झारखंड I.N.D.I.A
2024 के महत्वपूर्ण लोकसभा चुनाव में I.N.D.I.A दलों का परफॉरमेंस कैसा होगा. इस सवाल के जवाब में मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि हम 2004 लोकसभा चुनाव के नतीजे दोहराने जा रहे हैं. उस समय राज्य के 14 लोकसभा सीट में से 13 पर UPA की जीत हुई थी. सिर्फ कोडरमा सीट से बाबूलाल मरांडी की जीत तब भाजपा सांसद के रूप में हुई थी. लेकिन इस बार हमसब एकजुट हैं.
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