लखनऊ: यूपी की 10 विधानसभा सीटों पर जल्द होने जा रहे उपचुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी और बीजेपी आमने-सामने है. वहीं अब तीसरा मोर्चा भी मैदान में आ चुका है. लोकसभा चुनाव में पीडीएम नाम से हुए गठबंधन की अगुवाई कर रहे एआइएमआइएम के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने कहा कि, प्रदेश में होने वाले उपचुनाव की सभी 10 सीटों पर पीडीएम गठबंधन अपना प्रत्याशी उतारेगी. खासतौर से मीरपुर, फूलपुर और कुंदरकी विधानसभा पर एमआईएम अपना प्रत्याशी उतारेगी.
एमआईएम के बड़े नेता पिछले दिनों मीरापुर विधानसभा सीट में कई मीटिंग कर चुके हैं और 18 सितंबर को कुंदरकी विधानसभा में पार्टी बड़ी मीटिंग करने जा रही है. प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने कहा कि, आने वाले दिनों में हम अपने उम्मीदवारों के नाम ऐलान कर देंगे. इस गठबंधन में एक बड़ी पार्टी भी शामिल होने जा रही है. इसके बाद हम लोग काफी मजबूती के साथ उपचुनाव में अपना प्रत्याशी उतरेंगे.
एआइएमआइएम के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने कहा कि, लोकसभा चुनाव में हमारी पार्टी और गठबंधन का प्रदर्शन सही नहीं रहा. लेकिन पश्चिमी उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव में हमारी पार्टी का प्रदर्शन अच्छा रहा है. निकाय चुनाव में मेरठ के मेयर इलेक्शन में हमारा प्रत्याशी दूसरे नंबर पर रहा, जबकि समाजवादी पार्टी का प्रत्याशी तीसरे नंबर पर रहा. वहीं मुरादाबाद, संभल, अमरोहा, बिजनौर में भी हमारे कई पार्षद जीते हैं.
वहीं आजम खान के बहाने शौकत अली ने सपा पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि, आजम खान समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं लेकिन पार्टी उनके लिए आवाज नहीं उठाती है. एआईएमआईएम पार्टी का उनसे कोई संपर्क नहीं है. एआइएमआइएम मीरापुर, कुंदरकी और फूलपुर विधानसभा से प्रत्याशी उतार सकती है. इन विधानसभाओं पर मुस्लिम वोटर निर्णायक साबित होंगे इन्हीं पर एमआईएम की नजर है.
बता दें कि, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) लंबे समय से उत्तर प्रदेश में अपनी राजनीतिक पकड़ बनाने में जुटी है. हालांकी अब तक उन्हें कोई बड़ी चुनावी सफलता नहीं मिली है. 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में AIMIM ने 100 सीटों पर चुनाव लड़ा, लेकिन उन्हें कुल मतों का 1% से भी कम हिस्सा मिला और वे कोई भी सीट जीतने में असफल रहे. 2017 के निगम चुनावों में AIMIM ने कुछ सफलता हासिल की थी.