गिरिडीहः लोकतंत्र के महापर्व में शामिल होने लोग दूर दूर से लोग आए हैं. दूसरे प्रदेशों में काम करने वाले लोग भी घर पहुंचे और वोटिंग को लेकर अपनी भागीदारी निभाई. ईटीवी भारत संवाददाता अमरनाथ सिन्हा ने ऐसे ही प्रवासी मजदूरों के साथ बात की, जो मतदान करने लिए अपनी कार्यस्थली छोड़कर अपने घर पहुंचे हैं.
बगोदर विधानसभा क्षेत्र में भी ऐसे वोटर पहुंचे हैं. यहां के चंद्रमारिणी गांव के बूथ में मुंबई में काम करनेवाले लोग मिले. इनका कहना था कि वे लोग विकास का कार्य करवाने के लिए मतदान करने पहुंचे. इनलोगों का कहना है कि इन्हें सबसे ज्यादा तकलीफ ट्रेन की कमी के कारण होती है. मुंबई के लिए हर रोज ट्रेन नहीं है. अगर धनबाद से मुंबई-सूरत के लिए ट्रेन का परिचालन होता तो प्रवासी श्रमिकों को काफी सुविधा होती.
वहीं रक्षा से जुड़े कर्मी भी मतदान करने गांव पहुंचे. इनका कहना है कि यहां विकास का कार्य अधूरा है. अंचल-प्रखंड में भ्रष्टाचार हावी है. बगैर चढ़ावे के लोगों का काम नहीं होता है. इनका कहना है कि थाना की भी ऐसी ही स्थिति है. उन्होंने कहा कि वे न सिर्फ वोट देने आए थे बल्कि लोगों को मतदान के लिए जागरूक करने भी आए थे. साथ ही कहा कि वे चाहते हैं कि जनप्रतिनिधि जो भी जीते वे इलाके के विकास के कार्यों पर ध्यान दें.
बगोदर विधानसभा क्षेत्र में शिक्षा की स्थिति भी ठीक नहीं है. इसी बूथ में मतदान करने आयी एक 80 साल की वृद्ध महिला ने कहा कि वह भी विकास के लिए वोट करने आयी हैं. वहीं उनके पोते ने कहा कि मतदान हर किसी को करना चाहिए. हम अपने एक मत से इलाके का भविष्य बदल सकते हैं. इस वो अपनी दादी के साथ पोलिंग बूथ पर वोटिंग के लिए आए हैं.
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