नूंह: मिड डे मील वर्कर्स यूनियन हरियाणा के नूंह जिले की इकाई की सैकड़ों वर्कर और हेल्परों ने अपनी मांगों को लेकर शुक्रवार को प्रदर्शन किया. गांधी पार्क नूंह से लघु सचिवालय नूंह तक सैकड़ों मिड डे मील वर्कर और हेल्पर ने प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय पहुंचकर सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा के नाम ज्ञापन सौंपा.
पत्रकारों से बातचीत के दौरान कर्मचारी यूनियन से जुड़े नेता अनिल ने बताया कि मिड डे मील कर्मचारियों की लंबे समय से कई मांगे चली आ रही हैं, जिसे लेकर सरकार कतई गंभीर नहीं है. उन्होंने मांग की कि -
- मिड डे मील वर्कर्स का बकाया मानदेय तुरंत जारी किया जाए.
- मिड डे मील वर्कर को कम से कम 26000 रुपए का वेतन दिया जाए.
- इसके अलावा कुक को 10 महीने के बजाय 12 महीने का वेतन दिया जाए.
- बैंक खाते में उनका मानदेय आना चाहिए.
- वर्कर्स को सेवानिवृत्ति लाभ भी दिया जाना चाहिए.
- वर्दी का भत्ता 600 रुपए से बढ़ाकर कम से कम 2000 रुपए किया जाना चाहिए.
- आयुष्मान कार्ड का लाभ भी मिड डे मील वर्कर और हेल्पर को दिया जाना चाहिए.
- किसी भी मिड डे मील योजना को ठेके पर ना दिया जाए.
- स्थाई कर्मचारी के तौर पर उनको पक्का कर्मचारी बनाया जाए.
- ईएसआई और पीएफ का लाभ भी दिया जाए.
- 12वीं कक्षा तक के सभी बच्चों को मिड डे मील योजना के दायरे में लाया जाए.
- इसके लिए अधिक बजट का प्रावधान हो.
लंबे समय से मांग कर रहे वर्कर्स : इसके अलावा बहुत सारी मांगों से जुड़ा हुआ अपना ज्ञापन महिला कर्मचारियों ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को दिया है. अब देखना ये है कि शिक्षा विभाग में लंबे समय से मिड डे मील वर्कर और कुक के तौर पर काम कर रही महिलाओं को कब तक उनकी लंबित पड़ी मांगों का लाभ मिल पाता है या फिर इसी तरह उनको अभी और लंबा संघर्ष करना पड़ेगा.
इसे भी पढ़ें : अब और भी स्वादिस्ट होगा मिड-डे मील, थाली में परोसा जाएगा पोषक तत्वों से भरपूर आहार, देखें महीने का चार्ट