सरगुजा : क्या आप जानते हैं लेमन ग्रास कितनी उपयोगी है. बड़ी ही आसानी से कहीं भी मिलने वाली ये घास कुदरत का अनोखा वरदान है.क्योंकि इसके अंदर कई तरह के औषधीय गुण छिपे हैं. इसके साथ ही ये हमारी रोज मर्रा के जिन्दगी में उपयोग की जाने वाली कई जरुरी चीजों में भी शामिल है. वैसे तो इसका व्यवसायिक इस्तेमाल खूब होता है.लेकिन इसे आप अपने घर पर भी आसानी से उगा सकते हैं.
लेमन ग्रास के फायदे : लेमन ग्रास के बारे में डॉक्टर अमीन फिरदौसी बताते हैं कि " लेमन ग्रास में बहोत ज्यादा एंटीआक्सीडेंट होता है. एंटी फंगल और एंटी बैक्टीरियल प्रॉपर्टीज होती हैं. इसमें फ्लेबोनाइट्स होते हैं. फ्लेबोनाइट्स एंटी एन्फ्लामेंट्री प्रॉपर्टी की होती ही. इसके वजह से हम इसको बुखार के दौरान बदन दर्द में दे सकते हैं.
''इससे हीमोग्लोबिन बढ़ता है इसमें आयरन, विटामन सी होता है. इसको चाय या अन्य चीजों में मिलाकर लें तो फायदेमंद होता है. लेमन ग्रास साइट्रिक टाइप का प्लांट है.इसमें लगभग 88 % विटामिन सी है. जो एंटीआक्सीडेंट का काम करता है. एंटी इन्फ्लामेंट्री प्रोसेस को कम करता है.अगर किसी को अर्थरायटिस है. कैडियो बायास्कुलर डिसीस है. बार बार सर्दी खांसी फ्लू होता है.तो इसे लिया जा सकता है. कई रिसर्च में ये भी देखा गया है कि कैंसर तक के सेल्स को ठीक करने में ये उपयोगी है"- डॉ अमीन फिरदौसी
घर पर लगा सकते हैं लेमन ग्रास : हार्टिकल्चर विभाग के बायोटेक साइंटिस्ट डॉ. प्रशांत शर्मा के मुताबिक लेमन ग्रास का वैज्ञानिक नाम सिम्बोपोगन है. लेमन ग्रास को चाइना ग्रास, पूर्वी भारतीय नींबू घास, मालाबार घास और कोचीन घास के नाम से भी जाना जाता है. इसमें विटामिन ए का बहुत अच्छा सोर्स होता है. इसे आप अपने घर के गमलों में भी लगा सकते हैं. गमले में मिटटी, गोबर का खाद और रेत का मिश्रण कर लें उसमे सरसों की खली मिला दें और फिर उसमे लेमन ग्रास का प्लांट लगा दें.
कहां-कहां होता है लेमन ग्रास का इस्तेमाल : डॉ प्रशांत शर्मा के मुताबिक लेमन ग्रास का मेन कंपोनेंट जो मिलता है उसे हम सिट्रस उया सिट्रल कहते हैं. जो विटामिन ए का सोर्स होता है.इसका इस्तेमाल आंखों की दवाइयां बनाने वाली कंपनियां करती है. इसके साथ ही ग्रास से तेल निकालने को बाद इसके सूखे पत्तों का उपयोग मच्छर मारने वाले क्वॉयल बनाने में होता है. बर्तन, बार, फर्श क्लीनर जैसी वस्तुओं को बनाने में इसका उपयोग किया जाता है.