आगरा : ताजनगरी के मर्चेंट नेवी अफसर अनिल कुमार की चीन में 14 दिन पहले कार्डिक अटैक से मौत हो गई है. मर्चेंट नेवी अफसर का शव अभी तक चीन में हैं. मर्चेंट नेवी अफसर की बुजुर्ग मां, पत्नी और बच्चे सदमे में हैं. इस बीच आगरा के सांसद व केंद्रीय राज्यमंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने पीड़ित परिवार की मदद के लिए बुधवार को दिल्ली में विदेश मंत्री एस जयशंकर से बात की है. विदेश मंत्री ने हर संभव मदद का आश्वासन दिया है. जिससे जल्द मर्चेंट नेवी अफसर अनिल कुमार की पार्थिव देह भारत आने की आस जगी है. जबकि, 13 दिन से बुजुर्ग मां और पत्नी लगातार मर्वेंट नेवी अफसर का शव भारत लाने के लिए पीएम मोदी और विदेशी मंत्री को ट्वीट करके मदद की गुहार लगा चुकी हैं. इसके साथ ही चीन में रहने वाले भारतवासी लोग भी अपने स्तर से प्रयास कर रहे हैं.
सीने में दर्द के बाद हो गई थी मौत
शाहगंज थाना क्षेत्र की चाणक्य पुरी में साईं धाम रेजीडेंसी निवासी 49 वर्षीय अनिल कुमार मर्चेंट नेवी में चीफ इंजीनियर थे. शिक्षिका पत्नी अंजुलता ने बताया कि, अनिल कुमार एमवीजीएच नाइटिंगेल में मुख्य अभियंता थे. उनका जहाज ड्राईडॉकिंग के लिए चीन के झेजियांग प्रांत के झोउशान शहर में था. बीती 11/12 जून की देर रात्रि अनिल की तबियत बिगड़ी तो उन्हें झोउशान अस्पताल में भर्ती कराया गया. रातभर उपचार के बाद सुबह पति अनिल कुमार को अस्पताल से छुटटी मिल गई. मगर, उसी दिन दोपहर में अनिल के सीने में दिक्कत हुई तो उन्हें दोबारा अस्पताल भर्ती कराया. इलाज के दौरान अनिल की मौत हो गई.
मां, पत्नी और बच्चे बेहाल
परिवार में पत्नी अंजुलता, बुजुर्ग सास रामकिशोरी श्रीवास्तव और दो बच्चे हैं. सभी का रो-रोकर बुरा हाल है. दोनों बच्चे मां और दादी से लिपटकर रोते हैं. अंजुलता ने बताया कि मैं पति की कंपनी, भारतीय दूतावास और अन्य अधिकारियों से लगातार संपर्क कर रही हूं. सबसे पति का शव भारत जल्द से जल्द भेजने के लिए गुहार लगा रही हूं, मगर कोई मदद नहीं मिलती दिख रही है. चीन में रहने वाली भारतीय नम्रता उपाध्याय ने भी चीनी अधिकारियों और भारतीय दूतावास से संपर्क किया. वे भी अपने स्तर से खूब भागदौड़ कर रही हैं. विदेश मंत्रालय के समक्ष भा इस मामले को उठाया है. जबकि आगरा में बुजुर्ग मां और पत्नी बेहद कठिन समय से गुजर रहे हैं. उन पर दुःखों का पहाड़ टूटा है. 14 दिन बीत गए, मगर कहीं से कोई ठोस जवाब नहीं मिल रहा है. इस बीच केंद्रीय राज्यमंत्री प्रो एसपी सिंह बघेल की विदेश मंत्री एस जयशंकर से हुई बातचीत से उम्मीद जगी है.
दूतावास पर ढिलाई का आरोप
अंजुलता बताती हैं कि अनिल की कंपनी के अधिकारियों से भी निरंतर संपर्क कर रहे हैं. कंपनी के एक अधिकारी ने कहा कि पार्थिव देह शीघ्र भारत भेजने में हर संभव प्रयास किया जा रहा है, लेकिन चीन स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारी ढिलाई बरत रहे हैं. जिसकी वजह से अनिल कुमार का शव भारत लाने में 25 से 30 दिन लग सकते हैं. अंजुलता ने इस मामले में पीएम मोदी से हस्तक्षेप की गुहार लगाई है.
विदेश मंत्री ने दिया आश्वासन
प्रो. एसपी सिंह बघेल ने बताया कि मर्चेंट नेवी अफसर अनिल कुमार की पत्नी ने ट्वीट के माध्यम से पीएम और विदेश मंत्री से मदद मांगी है. इसकी जानकारी होने पर मैंने विदेश मंंत्री एस जयशंकर बात की. मैंने विदेश मंत्री को मर्चेंट नेवी अफसर अनिल कुमार के बारे में पूरी जानकारी व्हाट्एप के माध्यम से भी दी. आगरा के इंजीनियर अनिल कुमार की पार्थिव देह जल्द से जल्द भारत लाने का आग्रह किया है. इस पर विदेश मंत्री एस जयशंकर प्रसाद ने जल्द ही समस्या के समाधान का भरोसा दिया है.