नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने कुख्यात टिल्लू ताजपुरिया गैंग के एक मेंबर को गिरफ्तार करने में बड़ी कामयाबी हासिल की है. आरोपी की पहचान रोहित उर्फ पाजी (30), बेगमपुर (दिल्ली) के रूप में की गई है. नॉर्दन रेंज-II, क्राइम ब्रांच ने आरोपी के कब्जे से 3 जिंदा कारतूस, एक लोडेड सेमी-ऑटोमैटिक पिस्तौल बरामद की है. तिहाड़ जेल में बंद रहने के दौरान इसकी मुलाकात गिरोह के सदस्यों से हुई थी और टिल्लू गैंग का सक्रिय सदस्य बन गया. जेल से बाहर आकर उसने गैंग के लिए मैसेंजर का काम किया.
डीसीपी (क्राइम) सतीश कुमार ने टिल्लू गैंग के एक मेंबर को पकड़ा
डीसीपी (क्राइम) सतीश कुमार ने बताया कि नॉर्दन रेंज-II, क्राइम ब्रांच की टीम को दिल्ली और एनसीआर में गिरोह से जुड़े अपराधियों के बारे में जानकारी एकत्र करने का काम सौंपा गया. इस कड़ी में हेड कांस्टेबल राज आर्यन को एक खुफिया जानकारी मिली थी कि टिल्लू गैंग का एक मेंबर सेक्टर 17, रोहिणी में आने वाला है. इसका नाम रोहित उर्फ पाजी है जोकि गिरोह का एक्टिव मेंबर है. यह जेल में बंद गैंग के दूसरे सदस्यों के मैसेज को गिरोह के अन्य सदस्यों तक पहुंचाने के लिए मैसेंजर का काम करता है. मुखबिर ने यह भी सूचना दी थी कि उसके पास अवैध असलहा हो सकता है.
टीम ने सेक्टर 17 रोहिणी, दिल्ली में ट्रेक लगाकर पकड़ा
इसके बाद एसीपी/एनआर-द्वितीय, अपराध शाखा नरेंद्र सिंह की निगरानी और इंस्पेक्टर संदीप स्वामी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. टीम ने सेक्टर 17 रोहिणी, दिल्ली में जाल बिछाया और रोहित उर्फ पाजी को पकड़ लिया. आरोपी के खिलाफ क्राइम ब्रांच थाने में आर्म्स एक्ट की धारा 25/54/59 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
आरोपी रोहित उर्फ पाजी मूल रूप से मोगा का रहनेवाला
आरोपी से पूछताछ के बाद खुलासा हुआ कि रोहित उर्फ पाजी मूल रूप से मोगा, पंजाब का रहने वाला है और सिर्फ 10वीं कक्षा तक पंजाब के मोगा में पढ़ाई की थी. साल 2013 में वह अपने परिवार के साथ दिल्ली आ गया था और यहां पर इलेक्ट्रीशियन का काम करने लगा. आरोपी 2014 में बलात्कार के एक मामले में जेल भी जा चुका है.
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जेल में बंद रहने के दौरान टिल्लू गैंग में हुआ शामिल
जेल में बंद रहने के दौरान उसकी मुलाकात दो अन्य आरोपियों रविंदर निवासी सोनीपत (हरियाणा) और रघुबीर सिंह निवासी बिजवासन से हुई थी. जेल से छूटने के बाद, वह अपने परिचित जेल साथियों रविंदर और रघुबीर के साथ 2019 में नरेला थाने के 18 लाख की लूट के मामले में भी शामिल रहा था. इसके बाद वह फिर गिरफ्तार हो गया और जेल में उसकी मुलाकात टिल्लू ताजपुरिया गिरोह के सदस्यों से हुई. आरोपी ने साल 2021 में रिहाई के बाद जेल में बंद गैंग के सदस्यों से मिलना शुरू कर दिया और उनका मैसेंजर बन गया. रोहित उर्फ पाजी के पहले से ही दिल्ली के अलग-अलग थानों बलात्कार/पॉक्सो एक्ट, डकैती, आर्म्स एक्ट आदि के 3 मामले पहले से दर्ज हैं.
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