वाराणसी : काशी में सोमवार को स्मार्ट सिटी के मीटिंग सभागार में बैठक का आयोजन किया गया. इस बैठक में महापौर व नगर आयुक्त ने खास प्लान तैयार किया. बैठक में सबसे पहले दुर्गा कुंड के सौंदर्यीकरण पर सम्बन्धित कार्यदायी संस्था की तरफ से किए जाने वाले कार्यों को दिखाया गया. संस्था की तरफ से सीएसआर के अन्तर्गत अगले पांच वर्ष तक दुर्गाकुंड के सौंदर्यीकरण का कार्य कराया जाएगा. जिसमें आधुनिक तकनीकी पद्धति से कुंड के पानी की निरन्तर शुद्धता बनाये रखने के साथ ही मछलियों एवं कछुओं के संरक्षण का कार्य किया जाएगा. कुंड के फव्वारों को बेहतर किया जाएगा. एक्स्ट्रा लाइटिंग की व्यवस्था की जाएगी, जिससे कुंड दिखने में भव्य एवं सुन्दर लगे. बता दें कि 7 साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने प्रयासों से तीन करोड़ रुपए की लागत से इस कुंड का जीर्णोद्धार करवाया था और अब नगर निगम इस पौराणिक कुंड का स्वरूप फिर से बदलने जा रहा है.
महापौर अशोक कुमार तिवारी ने बैठक में उपस्थित जल निगम के अधिकारियों से किए जा रहे पुराने 18 वार्डों में सीवर लाइन के सर्वे के बारे में जानकारी चाही. बैठक में उपस्थित जल निगम के सहायक अभियन्ता ने बताया कि 10 वार्डों में सर्वे का कार्य पूर्ण कर लिया गया है तथा पांच वार्डों की डीपीआर तैयार कर ली गई है. महापौर ने सहायक अभियंता से वार्डों के भौगोलिक स्थिति एवं उनके कार्य योजना के बारे में जानकारी चाही, जिस पर सहायक अभियन्ता एवं उनके सर्वेयर को किए गए सर्वे के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. जिस पर महापौर एवं नगर आयुक्त ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि जब जल निगम को वार्डों के भौगोलिक क्षेत्रों की जानकारी नहीं है, फिर उनके द्वारा किस आधार पर सर्वे का कार्य किया गया है तथा भविष्य में मानक के अनुरूप कार्य करने के लिए निर्देशित किया गया.
इस सम्बन्ध में नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने महाप्रबंधक, जलकल को निर्देशित किया कि जल निगम के द्वारा किए गए सर्वे एवं उनके द्वारा बनाए गए डीपीआर का पुनरीक्षण करें, उसके पश्चात अग्रिम कार्रवाई की जाएगी, जिससे आम क्षेत्रीय नागरिकों को उसका लाभ प्राप्त हो सके. महापौर ने मुख्य अभियंता मोइनुद्दीन को निर्देशित किया कि नगर निगम सीमा क्षेत्र में कोई भी विभाग नगर निगम से बिना अनुमति प्राप्त किये कोई भी कार्य प्रारम्भ न करें, यदि किसी विभाग से एनओसी के लिये आवेदन किया जाता है तो प्राथमिकता के आधार पर उसका परीक्षण कर तत्काल अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी कर दिया जाए.
महापौर ने भवनों में लगाए जा रहे क्यूआर कोड के बारे में अपडेट लिया. भेलूपुर जोन के विभिन्न क्षेत्रों के लगभग बीस हजार क्यूआर कोड मिले हैं, जो घरों में चस्पा नहीं किए गए हैं, जबकि भेलूपुर जोन के सभी राजस्व निरीक्षकों के द्वारा शत प्रतिशत क्यूआर कोड चस्पा कर देने का प्रमाण पत्र दिया गया है. इस पर नगर आयुक्त ने प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए तथा कार्य में लापरवाही बरतने के आरोप में सम्बन्धित राजस्व निरीक्षकों को निलम्बित करने के निर्देश दिये.
नगर आयुक्त ने नगर निगम तथा जलकल विभाग के राजस्व वसूली की समीक्षा की तथा उनके द्वारा मुख्य कर निर्धारण अधिकारी एवं महाप्रबन्धक जलकल को निर्देशित किया गया कि लक्ष्य के सापेक्ष शत प्रतिशत गृहकर एवं जलकर की वसूली कराएं. महाप्रबन्धक जलकल को निर्देशित किया गया कि जलकल विभाग में कार्यरत राजस्व निरीक्षकों की व्यक्तिगत जलकर की वसूली की समीक्षा करें, यदि उनके द्वारा लापरवाही बरती जाती है तो उनके विरूद्ध कार्यवाही के लिए संस्तुति भेजें.
7 साल पहले प्रधानमंत्री ने कराया था जीर्णोद्धार : अद्भुत शहर काशी में बहुत सी ऐसी जगहें हैं जिनका पौराणिक महत्व बहुत ज्यादा माना जाता है. ऐसी ही एक जगह है दुर्गाकुंड. यहां मां दुर्गा के प्राचीन मंदिर अपने आप में अति विशिष्ट हैं, क्योंकि यहां पर माता साक्षात विराजमान हैं. ऐसी मान्यता है कि अनादि काल में गंगा से पहले वाराणसी में मां दुर्गा ने खुद शुंभ निशुंभ का वध करने के बाद दुर्गा कुंड का निर्माण किया था. इसी कुंड के निर्माण के बाद मां ने यहां पर विश्राम किया था. जिसकी वजह से यह कुंड अपने आप में पौराणिकता के मामले में बेहद महत्वपूर्ण है और अब इस कुंड का कायाकल्प एक बार फिर से 7 साल बाद होने जा रहा है, क्योंकि 7 साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने प्रयासों से तीन करोड़ रुपए की लागत से इस कुंड का जीर्णोद्धार करवाया था और अब नगर निगम इस पौराणिक कुंड का स्वरूप फिर से बदलने जा रहा है.
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