मुंगेर: बिहार के किसानों के लिए अच्छी खबर है. किसान अब अपने गेहूं को सीधा भारतीय खाद्य निगम को बेच सकते हैं. जिसका भुगतान भारतीय खाद्य निगम 48 घंटे के भीतर सीधा किसानों के खाते में करेगी. इसको लेकर मंडल कार्यालय भागलपुर के मंडल प्रबंधक संत नवनीत कुमार राणा ने मुंगेर जिले में किसानों के साथ एक जागरुकता बैठक की.
भारतीय खाद्य निगम गेंहू बेचेंगे किसान: भारतीय खाद्य निगम को गेंहू बेचने को लेकर मंडल प्रबंधक संत नवनीत कुमार राणा की अध्यक्षता में मुंगेर जिला के मोहली पंचायत स्थित टिकारामपुर में किसान के साथ रबी विपणन 2024-25 में गेहूं खरीद को लेकर एक जागरूकता बैठक आयोजित की गई. इस दौरान मंडल प्रबंधक के साथ एफसीआई के अन्य अधिकारी सहित किसान मौजूद थे.
बिचौलियों का झंझट हुआ खत्म: बैठक में मंडल प्रबंधक की ओर से कहा गया कि "किसान अपने गेहूं को बिचौलियों के हाथों नहीं बचेंगे. बल्कि सरकार की ओर से निर्धारित समर्थन मूल्य 2275 रुपए प्रति क्विंटल की दर से गेहूं की फसल को सीधे एफसीआई को देंगे. किसानों को उनकी गाढ़ी मेहनत से उगाई गई फसल का वास्तविक समर्थन मूल्य देने के लिए केंद्र सरकार की ओर से सबसे अच्छा और सुलभ पहल की गई है."
48 घंटे के अंदर किसानों को मिलेगा भुगतान: मंडल प्रबंधक ने बताया कि किसानों की ओर से एफसीआई को दिए गए गेहूं का भुगतान 48 घंटे के भीतर सीधे किसानों के बैंक खाते में कर दिया जाएगा. इसके लिए किसान भाइयों को रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होगा. एफसीआई को फसल देने के लिए सभी किसान भाई पैक्स साइट पर अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं.
FCI को साफ-सुथरा गेंहू देने का अनुरोध: वहीं उन्होंने किसानों से अनुरोध किया कि सूखा और साफ सुथरा गेंहू ही एफसीआई को देना सुनिश्चित करें. बताया कि इस बार भारत सरकार ने 150 रुपए प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य को बढ़ाकर 2275 रुपए कर दिया है. सरकार किसानों के उत्थान के लिए निरंतर प्रयासरत है और भारत सरकार की पहल को लेकर जागरूक करने के लिए हम सभी किसानों के बीच आए हैं.
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