पटना : 16 साल की उम्र खेलने-खाने की होती है, लेकिन 'बिहार बिजनेस कनेक्ट' में सबसे कम उम्र के नाबालिग एंटरप्रेन्योर आदित्य कुमार ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा है. आदित्य की उम्र भले ही छोटी हो, लेकिन उनके सपने बड़े हैं. आदित्य ने अपनी जिंदगी को एक नए रास्ते पर मोड़ते हुए स्टार्टअप के जरिए सफलता पाने का सपना देखा है.
स्टार्टअप के जरिए पहचान: आदित्य ने सरकारी नौकरी के बजाय स्टार्टअप को अपना रास्ता चुना.बिहार सरकार ने आदित्य को बिहार बिजनेस कनेक्ट में डेलीगेट के रूप में आमंत्रित किया है. वह बिहार स्टार्टअप पॉलिसी के सबसे कम उम्र के सदस्य हैं. आदित्य का मानना है कि सरकारी नौकरी से कहीं ज्यादा युवा स्टार्टअप के जरिए रोजगार के नए अवसरों को उत्पन्न कर सकते हैं.
गरीब बच्चों को शिक्षा देना: आदित्य ने गरीब बच्चों को शिक्षा देने के लिए एक खास मुहिम शुरू की है.महज ₹20 में वह गरीब बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा प्रदान कर रहे हैं. उनका उद्देश्य शिक्षा के माध्यम से समाज में बदलाव लाना है. आदित्य का मानना है कि शिक्षा हर बच्चे का हक है, और इस दिशा में उन्होंने कई बच्चों की मदद की है.
स्कॉलरशिप और सपने: आदित्य ने अब तक 20 बच्चों को स्कॉलरशिप भी दी है.वह आगे 5000 बच्चों का टेस्ट लेने जा रहे हैं, जिसमें 44 बच्चों को ₹50000 का स्कॉलरशिप मिलेगा.इसके अलावा, पायलट प्रोजेक्ट के तहत उन्होंने 20000 बच्चों को स्कॉलरशिप दिया है.
"मैंने अब तक 10 इंजीनियरिंग कॉलेज के बच्चों को इंटर्नशिप दी है.आज के युवाओं को रोजगार के अवसरों को समझना चाहिए और स्टार्टअप के जरिए अपना व्यवसाय बढ़ाना चाहिए. यही रास्ता है, जिससे युवा करोड़ों का व्यवसाय खड़ा कर सकते हैं और रोजगार के अवसर उत्पन्न कर सकते हैं."- बी आदित्य कुमार, 16 साल के उद्यमी
बिहार के युवा उद्यमी : आदित्य कुमार एक ऐसे युवा एंटरप्रेन्योर हैं, जिन्होंने अपनी मेहनत और सपनों से साबित कर दिया है कि कम उम्र में भी किसी के पास बड़े अवसर हो सकते हैं. उनका सफर न सिर्फ उनके लिए, बल्कि हर उस युवा के लिए प्रेरणा है, जो अपनी जिंदगी में बदलाव लाना चाहता है.
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