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रिटायर्ड प्रोफेसर और उनकी पत्नी से 3 करोड़ की ठगी; पंजाब से तीन आरोपी गिरफ्तार - CYBER ​​FRAUD IN MEERUT

Cyber Fraud in Meerut : शेयर मार्केट ऐप के माध्यम से 2 सगे भाई ठगी की घटनाओं को अंजाम दे रहे थे.

मेरठ पुलिस की गिरफ्त में साइबर अपराधी.
मेरठ पुलिस की गिरफ्त में साइबर अपराधी. (Photo Credit : ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Dec 6, 2024, 2:01 PM IST

Updated : Dec 6, 2024, 3:04 PM IST

मेरठ : रुड़की के रिटायर्ड प्रोफेसर और उनकी पत्नी से 3 करोड़ रुपये से ज्यादा की ठगी करने वाले 3 आरोपियों को मेरठ पुलिस ने पंजाब से पकड़ लिया है. तीनों साइबर ठग नटवरलाल फेक शेयर मार्केट एप के माध्यम से ठगी करते थे. पकड़े गए साइबर अपराधियों ने 26 सितंबर से 23 अक्टूबर 2024 के बीच फेक शेयर मार्केट ऐप के जरिए पीड़ितों के खातों से 3 करोड़ 10 लाख 81 हजार रुपये की साइबर ठगी की थी.

एसपी क्राइम अवनीश कुमार के अनुसार रुड़की इंजीनियरिंग कॉलेज के रिटायर प्रोफेसर एके अग्रवाल अपने परिवार के साथ मेरठ के गंगानगर में रहते हैं. रिटायर्ड प्रोफेसर ने अवगत कराया था कि उनके पास अनाया शर्मा नाम की एक महिला और रितेश जैन नाम के युवक के वाट्सएप कॉल और मैसेज आए थे. दोनों ने शेयर ट्रेडिंग में बड़ा मुनाफा कमाने का प्रलोभन दिया था. जिनके झांसे में आकर 26 सितंबर को ब्रांडीवाइन ग्लोबल कंपनी में एचएनआई (हाई नेटवर्थ इंवेस्टमेंट) खाता खोल लिया था.

शुरुआत में 50 हजार रुपये का निवेश किया. इसके बाद 10 अक्टूबर को 22 ट्रांजेक्शन में 1 करोड़ 73 लाख 25 हजार रुपये विभिन्न बैंक खातों में ट्रांसफर किए थे. उन्हें हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड के शेयर आवंटित किए जाने की बात कॉलर ने कही थी. इसके बाद उनके खाते में 9 लाख 52 हजार 74 रुपये फ्रीज कर दिए गए. उन्हें 22 अक्टूबर को बताया गया कि वह 31 अक्टूबर तक अपने शेयर बेच नहीं सकते. उसके बाद उन्हें फंस जाने का आभास हुआ.

एसपी क्राइम अवनीश कुमार के मुताबिक एके अग्रवाल की शिकायत पर साइबर थाने मेंमुकदमा दर्ज किया गया. विवेचना के दौरान भारतीय न्याय संहिता 61/2 की बढ़ोतरी की गई. इस मामले में गठित टीम को पंजाब और हरियाणा में अपराधियों में लोकेशन मिली. इसके बाद साइबर और मेरठ पुलिस ने 2 अभियुक्तों को पंजाब के लुधियाना से गिरफ्तार किया. एक अभियुक्त को पंजाब के कपूरथला से गिरफ्तार किया गया. तीनों अभियुक्तों के बैंक अकाउंट के संबंध में भारत सरकार द्वारा संचालित "NCRP PORTAL" पर वर्तमान समय तक मेरठ साइबर क्राइम थाना में दर्ज शिकायत के अतिरिक्त विभिन्न राज्यों से 20 शिकायतें साइबर फ्रॉड की दर्ज हैं.

अभियुक्तों की शिनाख्त इकराम (32) पुत्र बाकिर अली निवासी 43 पी निशान्त बाग काॅलोनी, ग्राम भटिया, थाना सलेमटापरी, जनपद लुधियाना, पंजाब दूसरा अभियुक्त साहिल अली (29) पुत्र बाकिर अली के रूप में हुई है, ये दोनों सगे भाई हैं. तीसरा अभियुक्त जसवीर कुमार (40) पुत्र श्रीनाथ निवासी 249 कोटरानी सतनामपुरा, फगवाडा, थाना सतनामपुरा, जनपद कपूरथला, पंजाब का रहने वाला है.

यह भी पढ़ें : सावधान! इस जिले में हर दिन 5 लोगों के एकाउंट खाली कर रहे साइबर ठग, ऐसे बचें

यह भी पढ़ें : 1.15 करोड़ की धोखाधड़ी: डिजिटल अरेस्ट गैंग के 5 सदस्य गिरफ्तार, बीकॉम-एलएलबी पास हैं आरोपी

मेरठ : रुड़की के रिटायर्ड प्रोफेसर और उनकी पत्नी से 3 करोड़ रुपये से ज्यादा की ठगी करने वाले 3 आरोपियों को मेरठ पुलिस ने पंजाब से पकड़ लिया है. तीनों साइबर ठग नटवरलाल फेक शेयर मार्केट एप के माध्यम से ठगी करते थे. पकड़े गए साइबर अपराधियों ने 26 सितंबर से 23 अक्टूबर 2024 के बीच फेक शेयर मार्केट ऐप के जरिए पीड़ितों के खातों से 3 करोड़ 10 लाख 81 हजार रुपये की साइबर ठगी की थी.

एसपी क्राइम अवनीश कुमार के अनुसार रुड़की इंजीनियरिंग कॉलेज के रिटायर प्रोफेसर एके अग्रवाल अपने परिवार के साथ मेरठ के गंगानगर में रहते हैं. रिटायर्ड प्रोफेसर ने अवगत कराया था कि उनके पास अनाया शर्मा नाम की एक महिला और रितेश जैन नाम के युवक के वाट्सएप कॉल और मैसेज आए थे. दोनों ने शेयर ट्रेडिंग में बड़ा मुनाफा कमाने का प्रलोभन दिया था. जिनके झांसे में आकर 26 सितंबर को ब्रांडीवाइन ग्लोबल कंपनी में एचएनआई (हाई नेटवर्थ इंवेस्टमेंट) खाता खोल लिया था.

शुरुआत में 50 हजार रुपये का निवेश किया. इसके बाद 10 अक्टूबर को 22 ट्रांजेक्शन में 1 करोड़ 73 लाख 25 हजार रुपये विभिन्न बैंक खातों में ट्रांसफर किए थे. उन्हें हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड के शेयर आवंटित किए जाने की बात कॉलर ने कही थी. इसके बाद उनके खाते में 9 लाख 52 हजार 74 रुपये फ्रीज कर दिए गए. उन्हें 22 अक्टूबर को बताया गया कि वह 31 अक्टूबर तक अपने शेयर बेच नहीं सकते. उसके बाद उन्हें फंस जाने का आभास हुआ.

एसपी क्राइम अवनीश कुमार के मुताबिक एके अग्रवाल की शिकायत पर साइबर थाने मेंमुकदमा दर्ज किया गया. विवेचना के दौरान भारतीय न्याय संहिता 61/2 की बढ़ोतरी की गई. इस मामले में गठित टीम को पंजाब और हरियाणा में अपराधियों में लोकेशन मिली. इसके बाद साइबर और मेरठ पुलिस ने 2 अभियुक्तों को पंजाब के लुधियाना से गिरफ्तार किया. एक अभियुक्त को पंजाब के कपूरथला से गिरफ्तार किया गया. तीनों अभियुक्तों के बैंक अकाउंट के संबंध में भारत सरकार द्वारा संचालित "NCRP PORTAL" पर वर्तमान समय तक मेरठ साइबर क्राइम थाना में दर्ज शिकायत के अतिरिक्त विभिन्न राज्यों से 20 शिकायतें साइबर फ्रॉड की दर्ज हैं.

अभियुक्तों की शिनाख्त इकराम (32) पुत्र बाकिर अली निवासी 43 पी निशान्त बाग काॅलोनी, ग्राम भटिया, थाना सलेमटापरी, जनपद लुधियाना, पंजाब दूसरा अभियुक्त साहिल अली (29) पुत्र बाकिर अली के रूप में हुई है, ये दोनों सगे भाई हैं. तीसरा अभियुक्त जसवीर कुमार (40) पुत्र श्रीनाथ निवासी 249 कोटरानी सतनामपुरा, फगवाडा, थाना सतनामपुरा, जनपद कपूरथला, पंजाब का रहने वाला है.

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Last Updated : Dec 6, 2024, 3:04 PM IST
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