ETV Bharat / state

स्वच्छ भारत अभियान को आईना दिखा रहा मेरठ का कैलाश प्रकाश स्टेडियम, खिलाड़ियों के लिए भी शौचालय नहीं - Meerut News

प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी योजनाओं मे शुमार स्वच्छ भारत अभियान मिशन (Clean India Movement) मेरठ के कैलाश प्रकाश स्टेडियम में फेल नजर आ रहा है. दरअसल यहां खिलाड़ियों के लिए शौचालय तक का इंतजाम नहीं है. देखें ईटीवी भारत की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट...

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Mar 4, 2024, 1:31 PM IST

मेरठ के कैलाश प्रकाश स्टेडियम में शौचालय नहीं.

मेरठ : मेरठ को खेल और खिलाड़ियों की नर्सरी कहा जाता है. यहां के कैलाश प्रकाश स्टेडियम से हर वर्ष कई खिलाड़ी निकलते हैं जो मेरठ जिले के साथ ही विश्वपटल स्तर पर भी मान बढ़ाते हैं. बावजूद इसके यहां के खिलाड़ियों की तकलीफ को कोई भी समझने वाला ही नहीं है. स्टेडियम में तमाम मूलभूत सुविधाएं के अलावा यहां शौचालय की भी व्यवस्था तक नहीं है. ईटीवी भारत ने कई ऐसे ही खिलाड़ियों से बातचीत की. खिलाड़ियों ने उपेक्षा जो तस्वीर हमें दिखाई उससे यहां के प्रबंधन पर सवाल उठने लाजमी हैं.


देश का मान बढ़ाने वाली पैरा खिलाड़ी जैनब खातून कहती हैं कि दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए टॉयलेट तक का इंतजाम स्टेडियम परिसर में नहीं है. इससे हम जैसे सभी खिलाड़ियों को काफी तकलीफ उठानी पड़ रही है. जिला क्रीड़ा भारती के अध्यक्ष अश्वनी कुमार गुप्ता ने बताया कि आज हमारे जिले के बेटे-बेटियां मेडल ला रहे हैं, वे खिलाड़ी अपनी मेहनत और लगन के बल पर ही आगे बढ़ रहे हैं. इसके बावजूद खिलाडियों के लिए सुविधाएं उस लेवल की नहीं हैं. ट्रैक, कोच का न होना बेहद गंभीर विषय है. जब से खिलाड़ियों से पता चला है कि स्टेडियम में शौचालय नहीं तो बेहद कष्ट हुआ है. डीएम समेत प्रदेश सरकार के मंत्री सोमेन्द्र तोमर से भी इस संदर्भ में शीघ्र मुलाकात की जाएगी.



पैरा खिलाड़ी फातिमा कहती हैं कि आज हमारे जिले के बेटे-बेटियां मेडल ला रहे हैं. वे खिलाड़ी अपनी मेहनत और लगन के बल पर ही आगे बढ़ रहे हैं, लेकिन खिलाड़ियों के लिए सुविधाएं नहीं हैं. कई बेटे बेटियां जो पैरा प्लेयर्स हैं, उन्हें तो उनके घर शौच के लिए जाना पड़ता है. पैरा खिलाड़ियों की मेहनत में कोई कमी नहीं, लेकिन जब मूलभूत सुविधाएं ही नहीं मिलेंगी तो बेहतर प्रदर्शन की तैयारी कैसे करेंगे. वरिष्ठ पूर्व खिलाड़ी और सीनियर एथलेटिक्स कोच सतीश शर्मा बताते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजनाओं में घर घर शौचालय का अभियान देश भर में संचालित है, लेकिन मेरठ के स्टेडियम में आज भी खिलाड़ियों को तकलीफ झेलनी पड़ रही है. क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी योगेंद्र पाल सिंह बताते हैं कि नगर निगम और जिला प्रशासन को इस बारे में पत्राचार करके सम्पर्क किया गया है. उम्मीद है जल्द ही कुछ सकारात्मक निणर्य होगा और इस समस्या का समाधान हो पाएगा.

यह भी पढ़ें : लखनऊ में मंत्री सुरेश खन्ना ने सांसद और अधिकारियों के साथ लगाई झाड़ू, एक घंटे श्रमदान किया

यह भी पढ़ें : मेरठ के कैलाश प्रकाश स्टेडियम में चाकूबाजी, दो एथलीट घायल, आरोपी गिरफ्तार

मेरठ के कैलाश प्रकाश स्टेडियम में शौचालय नहीं.

मेरठ : मेरठ को खेल और खिलाड़ियों की नर्सरी कहा जाता है. यहां के कैलाश प्रकाश स्टेडियम से हर वर्ष कई खिलाड़ी निकलते हैं जो मेरठ जिले के साथ ही विश्वपटल स्तर पर भी मान बढ़ाते हैं. बावजूद इसके यहां के खिलाड़ियों की तकलीफ को कोई भी समझने वाला ही नहीं है. स्टेडियम में तमाम मूलभूत सुविधाएं के अलावा यहां शौचालय की भी व्यवस्था तक नहीं है. ईटीवी भारत ने कई ऐसे ही खिलाड़ियों से बातचीत की. खिलाड़ियों ने उपेक्षा जो तस्वीर हमें दिखाई उससे यहां के प्रबंधन पर सवाल उठने लाजमी हैं.


देश का मान बढ़ाने वाली पैरा खिलाड़ी जैनब खातून कहती हैं कि दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए टॉयलेट तक का इंतजाम स्टेडियम परिसर में नहीं है. इससे हम जैसे सभी खिलाड़ियों को काफी तकलीफ उठानी पड़ रही है. जिला क्रीड़ा भारती के अध्यक्ष अश्वनी कुमार गुप्ता ने बताया कि आज हमारे जिले के बेटे-बेटियां मेडल ला रहे हैं, वे खिलाड़ी अपनी मेहनत और लगन के बल पर ही आगे बढ़ रहे हैं. इसके बावजूद खिलाडियों के लिए सुविधाएं उस लेवल की नहीं हैं. ट्रैक, कोच का न होना बेहद गंभीर विषय है. जब से खिलाड़ियों से पता चला है कि स्टेडियम में शौचालय नहीं तो बेहद कष्ट हुआ है. डीएम समेत प्रदेश सरकार के मंत्री सोमेन्द्र तोमर से भी इस संदर्भ में शीघ्र मुलाकात की जाएगी.



पैरा खिलाड़ी फातिमा कहती हैं कि आज हमारे जिले के बेटे-बेटियां मेडल ला रहे हैं. वे खिलाड़ी अपनी मेहनत और लगन के बल पर ही आगे बढ़ रहे हैं, लेकिन खिलाड़ियों के लिए सुविधाएं नहीं हैं. कई बेटे बेटियां जो पैरा प्लेयर्स हैं, उन्हें तो उनके घर शौच के लिए जाना पड़ता है. पैरा खिलाड़ियों की मेहनत में कोई कमी नहीं, लेकिन जब मूलभूत सुविधाएं ही नहीं मिलेंगी तो बेहतर प्रदर्शन की तैयारी कैसे करेंगे. वरिष्ठ पूर्व खिलाड़ी और सीनियर एथलेटिक्स कोच सतीश शर्मा बताते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजनाओं में घर घर शौचालय का अभियान देश भर में संचालित है, लेकिन मेरठ के स्टेडियम में आज भी खिलाड़ियों को तकलीफ झेलनी पड़ रही है. क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी योगेंद्र पाल सिंह बताते हैं कि नगर निगम और जिला प्रशासन को इस बारे में पत्राचार करके सम्पर्क किया गया है. उम्मीद है जल्द ही कुछ सकारात्मक निणर्य होगा और इस समस्या का समाधान हो पाएगा.

यह भी पढ़ें : लखनऊ में मंत्री सुरेश खन्ना ने सांसद और अधिकारियों के साथ लगाई झाड़ू, एक घंटे श्रमदान किया

यह भी पढ़ें : मेरठ के कैलाश प्रकाश स्टेडियम में चाकूबाजी, दो एथलीट घायल, आरोपी गिरफ्तार

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.