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पुलिस की लापरवाही ; मेरठ से लापता व्यापारी के शव का लावारिस में करा दिया अंतिम संस्कार, घर में कोहराम - meerut crime

मेरठ से हरिद्वार गए व्यापारी की मौत के बाद पुलिस ने बिना किसी ठोस कार्रवाई के लावारिस में अंतिम संस्कार करा दिया. काफी खोजबीन के बाद परिजनों को जानकारी हुई तो कार्रवाई की मांग की है. Negligence of Haridwar police

हरिद्वार पुलिस की लापरवाही.
हरिद्वार पुलिस की लापरवाही. (Photo Credit: ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Sep 17, 2024, 10:25 AM IST

मेरठ : थाना सदर क्षेत्र के पुलिस स्ट्रीट निवासी व्यापारी राजेश बिंदल (57) का शव हरिद्वार में मिला है. राजेश बिंदल 9 सितंबर से लापता थे. परिजन लगातार उनकी तलाश में जुटे हुए थे, लेकिन उनका कोई सुराग नहीं मिल रहा था. सोमवार को पता चला कि राजेश बिंदल के शव को हरिद्वार पुलिस ने लावारिस में अंतिम संस्कार करा दिया है. राजेश की मौत की खबर सुनकर घर में कोहराम मचा हुआ है. राजेश बिंदल संयुक्त व्यापार संघ के अध्यक्ष नवीन गुप्ता के बहनोई थे.

राजेश बिंदल दाल-चावल के थोक के व्यापारी थे और नई मंडी में उनकी दुकान है. नौ सितंबर को वह घर से निकले थे, इसके बाद वापस नहीं लौटे. परिजन ने घर के सीसीटीवी कैमरों के फुटेज चेक किए गए तो वह सदर निवासी राजीव वर्मा उर्फ मोनू के साथ जाते दिखाई दे रहे हैं. उन्होंने लाल रंग का बैग भी राजीव को सौंपा. जिसके बाद पत्नी पूनम बिंदल और पुत्र चिराग बिंदल ने 14 सितंबर को थाने में गुमशुदगी की तहरीर दी. अगले दिन उन्होंने राजीव से पूछताछ की तो वह राजेश के बारे में कोई जानकारी न होने की बात कहकर गुमराह करता रहा. इधर, किसी सूचना के आधार पर सोमवार को परिजन हरिद्वार पहुंचे तो पता चला कि पथरी थाना क्षेत्र में 11 सितंबर को राजेश बिंदल का शव गंगा नदी में मिला था, लेकिन 72 घंटे तक पहचान न होने पर वहां की पुलिस ने लावारिस में अंतिम संस्कार करा दिया.


सीसीटीवी कैमरे की फुटेज दिखाने पर राजीव वर्मा ने स्वीकार किया कि दोनों साथ में हरिद्वार गए थे. वहां अलका होटल में रुके थे. राजीव ने बताया कि 11 सितंबर को वह वापस आ गया. राजेश के बारे में कोई जानकारी नहीं है. रविवार को परिजन राजीव को लेकर हरिद्वार पहुंचे तो पता चला कि वह दोनों लक्ष्मी डीलक्स होटल के कमरा नंबर 105 में रुके थे. होटल का कमरा राजीव की आईडी से बुक किया गया था. इसके बाद परिजनों ने हरिद्वार पुलिस को मामले की जानकारी दी. पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाली तो राजेश और राजीव 11 सितंबर की सुबह हर की पौड़ी पर दिखाई दिए. इसके बाद उनका कुछ पता नहीं चला.


राजेश बिंदल के बहनोई नवीन गुप्ता का कहना है कि इस मामले में हरिद्वार पुलिस की लापरवाही सामने आई है. रविवार को कई घंटे तक राजेश का पुत्र चिराग और अन्य परिजन हरिद्वार पुलिस के साथ रहे. पुलिस कंट्रोल रूम में सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालती रही. दूसरे थानों से कोई जानकारी नहीं ली गई. सोमवार को अन्य परिजन पहुंचे तो राजेश बिंदल की मौत और लावारिस में अंतिम संस्कार की जानकारी दी गई. सदर थाना पुलिस का कहना है कि मामले की जानकारी मिली है. अभी जांच की जा रही है. जांच के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी.

यह भी पढ़ें : यूपी पुलिस की बड़ी लापरवाही; 3 साल पहले मर चुके शख्स का कर दिया शांति भंग में चालान, दारोगा पर होगी कार्रवाई - Negligence of Lucknow Police

यह भी पढ़ें : विवेचना में लापरवाही बरतने के आरोप में 6 दरोगा सस्पेंड, महकमें में हड़कंप

मेरठ : थाना सदर क्षेत्र के पुलिस स्ट्रीट निवासी व्यापारी राजेश बिंदल (57) का शव हरिद्वार में मिला है. राजेश बिंदल 9 सितंबर से लापता थे. परिजन लगातार उनकी तलाश में जुटे हुए थे, लेकिन उनका कोई सुराग नहीं मिल रहा था. सोमवार को पता चला कि राजेश बिंदल के शव को हरिद्वार पुलिस ने लावारिस में अंतिम संस्कार करा दिया है. राजेश की मौत की खबर सुनकर घर में कोहराम मचा हुआ है. राजेश बिंदल संयुक्त व्यापार संघ के अध्यक्ष नवीन गुप्ता के बहनोई थे.

राजेश बिंदल दाल-चावल के थोक के व्यापारी थे और नई मंडी में उनकी दुकान है. नौ सितंबर को वह घर से निकले थे, इसके बाद वापस नहीं लौटे. परिजन ने घर के सीसीटीवी कैमरों के फुटेज चेक किए गए तो वह सदर निवासी राजीव वर्मा उर्फ मोनू के साथ जाते दिखाई दे रहे हैं. उन्होंने लाल रंग का बैग भी राजीव को सौंपा. जिसके बाद पत्नी पूनम बिंदल और पुत्र चिराग बिंदल ने 14 सितंबर को थाने में गुमशुदगी की तहरीर दी. अगले दिन उन्होंने राजीव से पूछताछ की तो वह राजेश के बारे में कोई जानकारी न होने की बात कहकर गुमराह करता रहा. इधर, किसी सूचना के आधार पर सोमवार को परिजन हरिद्वार पहुंचे तो पता चला कि पथरी थाना क्षेत्र में 11 सितंबर को राजेश बिंदल का शव गंगा नदी में मिला था, लेकिन 72 घंटे तक पहचान न होने पर वहां की पुलिस ने लावारिस में अंतिम संस्कार करा दिया.


सीसीटीवी कैमरे की फुटेज दिखाने पर राजीव वर्मा ने स्वीकार किया कि दोनों साथ में हरिद्वार गए थे. वहां अलका होटल में रुके थे. राजीव ने बताया कि 11 सितंबर को वह वापस आ गया. राजेश के बारे में कोई जानकारी नहीं है. रविवार को परिजन राजीव को लेकर हरिद्वार पहुंचे तो पता चला कि वह दोनों लक्ष्मी डीलक्स होटल के कमरा नंबर 105 में रुके थे. होटल का कमरा राजीव की आईडी से बुक किया गया था. इसके बाद परिजनों ने हरिद्वार पुलिस को मामले की जानकारी दी. पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाली तो राजेश और राजीव 11 सितंबर की सुबह हर की पौड़ी पर दिखाई दिए. इसके बाद उनका कुछ पता नहीं चला.


राजेश बिंदल के बहनोई नवीन गुप्ता का कहना है कि इस मामले में हरिद्वार पुलिस की लापरवाही सामने आई है. रविवार को कई घंटे तक राजेश का पुत्र चिराग और अन्य परिजन हरिद्वार पुलिस के साथ रहे. पुलिस कंट्रोल रूम में सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालती रही. दूसरे थानों से कोई जानकारी नहीं ली गई. सोमवार को अन्य परिजन पहुंचे तो राजेश बिंदल की मौत और लावारिस में अंतिम संस्कार की जानकारी दी गई. सदर थाना पुलिस का कहना है कि मामले की जानकारी मिली है. अभी जांच की जा रही है. जांच के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी.

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