नई दिल्ली: प्लास्टिक के इस्तेमाल से पर्यावरण दूषित होता जा रहा है. प्लास्टिक मुक्त भारत का संकल्प हर भारतीयों का सपना है. अगर उस संकल्प पर अमल किया जाए तो प्लास्टिक से पर्यावरण को बचाया जा सकता है. इसी क्रम में बुधवार को दिल्ली में एचएसबीसी इंडिया ने द सोशल लैब और यूनाइटेड वे मुंबई के सहयोग से बाजारों में इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक के निष्पादन के लिए एक मुहिम की शुरुआत की. इसका नाम स्वच्छ संकल्प मिशन रखा गया है. स्वच्छ संकल्प कार्यक्रम की शुरुआत केंद्रीय राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने किया.
स्वच्छ संकल्प क्षेत्र में अपशिष्ट प्रबंधन में क्रांति लाने की दिशा में यह महत्वपूर्ण कदम है. स्वच्छ संकल्प परियोजना का उद्देश्य नागरिकों और दुकानदारों के बीच जिम्मेदार अपशिष्ट प्रबंधन प्रथाओं के बारे में जागरुकता बढ़ाना है. इसमें रिसाइक्लिंग पर ध्यान केंद्रित किया गया है. यह परियोजना दो प्रमुख पहलुओं पर केंद्रित है. एक समर्पित मोबाइल संग्रह वैन के साथ घरों और दुकानों से कचरा का संग्रह, उसके बाद इसे रिसाइक्लिंग करना. दूसरा नुक्कड़ नाटक, स्वच्छता मेला, स्वच्छ मोहल्ला प्रतियोगिता, स्थानीय समुदायों से हरित योद्धाओं को जुटाना. इस परियोजना के तहत लोगों को प्लास्टिक कचरे का निष्पादन करना भी सिखाया जाएगा.
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बता दें, दिन की शुरुआत से रात में बिस्तर पर जाने तक लोग हर चीज में प्लास्टिक का इस्तेमाल करते हैं. मानव जाति पर किसी न किसी रूप में प्लास्टिक ने हर पल कब्जा कर रखा है. टूथब्रश से सुबह ब्रश करना हो या ऑफिस में दिन भर कंप्यूटर पर काम, हर समय प्लास्टिक की आदत लोगों को इस कदर है कि वह छोड़ना चाहकर भी छोड़ नहीं पाते हैं.
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