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लखनऊ जंक्शन ऑक्सीटोसिन केस; सीतापुर और बिहार के छपरा में GRP की रेड, नहीं मिले आरोपी - OXYTOCIN FOUND RAILWAY STATION

RAILWAY STATION OXYTOCIN : स्टेशन पर ऑक्सीटोसिन मिलने के बाद जांच जारी. बिहार में डेरा डाले है एक टीम.

स्टेशन पर ऑक्सीटोसिन मिलने पर करोड़ों की दवा प्रतिबंधित.
रेलवे स्टेशन पर बरामद की गई 1087 लीटर ऑक्सीटोसिन जीआरपी की जांच तेज (Photo Credit; Etv Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Nov 22, 2024, 11:17 AM IST

लखनऊ : जीआरपी ने लखनऊ जंक्शन पर 1087 लीटर प्रतिबंधित दवा ऑक्सीटोसिन मिलने के बाद जांच-पड़ताल तेज कर दी है. बरामद की गई ऑक्सीटोसिन 1087 लीटर थी. बाजार में इसकी कीमत 1,93,73,000 रुपये है. मामला दर्ज करने के बाद जीआरपी ने जांच कर रही है. जीआरपी की टीमें बिहार के छपरा व सीतापुर भेजी गईं हैं. यहां पैकेटों पर दर्ज पतों पर दबिश दी गई, लेकिन आरोपी नहीं मिले. जीआरपी के अधिकारी बताते हैं कि सीतापुर के जिस पते पर टीम पहुंची वहां पर एक व्यक्ति मिला. उसने बताया कि वह लखनऊ गया ही नहीं. उसे तो पता भी नहीं है कि उसके नाम पर ऐसा भी कुछ हुआ है.

जीआरपी व आरपीएफ ने पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के लखनऊ जंक्शन स्टेशन पर प्रतिबंधित दवा ऑक्सीटोसिन के 38 पैकेट बरामद किए थे. ऑक्सीटोसिन के पैकेट बिहार के छपरा निवासी संतोष सिंह व सीतापुर निवासी रामलोटन की पड़ताल के लिए टीमें सीतापुर व छपरा भेजी गईं थीं. संतोष सिंह ने पैकेटों को भेजा था और इन्हें रामलोटन को रिसीव करना था. टीमें जब इनके पतों पर गई और दबिश दी तो दोनों आरोपी फरार मिले. परिजनों से पूछताछ की गई है. आरोपियों की तलाश जारी है.

जीआरपी प्रभारी ने बताया कि पार्सलों पर रिसीवर के जिन पतों को लिखा गया है, उनकी जांच हो रही है. आरोपियों के मिलने पर पूछताछ कर पूरे मामले का खुलासा होगा. उन्होंने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए आला अफसर लगातार निगरानी बनाए हुए हैं. सीतापुर के पते पर टीम पहुंची तो वहां पर जो व्यक्ति जीआरपी को मिले उन्होंने बताया कि उन्हें इस बारे में कुछ पता ही नहीं. अब टीम छपरा में उस पते पर दबिश दे रही है.टीम वहीं पर रुकी हुई है.

लखनऊ : जीआरपी ने लखनऊ जंक्शन पर 1087 लीटर प्रतिबंधित दवा ऑक्सीटोसिन मिलने के बाद जांच-पड़ताल तेज कर दी है. बरामद की गई ऑक्सीटोसिन 1087 लीटर थी. बाजार में इसकी कीमत 1,93,73,000 रुपये है. मामला दर्ज करने के बाद जीआरपी ने जांच कर रही है. जीआरपी की टीमें बिहार के छपरा व सीतापुर भेजी गईं हैं. यहां पैकेटों पर दर्ज पतों पर दबिश दी गई, लेकिन आरोपी नहीं मिले. जीआरपी के अधिकारी बताते हैं कि सीतापुर के जिस पते पर टीम पहुंची वहां पर एक व्यक्ति मिला. उसने बताया कि वह लखनऊ गया ही नहीं. उसे तो पता भी नहीं है कि उसके नाम पर ऐसा भी कुछ हुआ है.

जीआरपी व आरपीएफ ने पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के लखनऊ जंक्शन स्टेशन पर प्रतिबंधित दवा ऑक्सीटोसिन के 38 पैकेट बरामद किए थे. ऑक्सीटोसिन के पैकेट बिहार के छपरा निवासी संतोष सिंह व सीतापुर निवासी रामलोटन की पड़ताल के लिए टीमें सीतापुर व छपरा भेजी गईं थीं. संतोष सिंह ने पैकेटों को भेजा था और इन्हें रामलोटन को रिसीव करना था. टीमें जब इनके पतों पर गई और दबिश दी तो दोनों आरोपी फरार मिले. परिजनों से पूछताछ की गई है. आरोपियों की तलाश जारी है.

जीआरपी प्रभारी ने बताया कि पार्सलों पर रिसीवर के जिन पतों को लिखा गया है, उनकी जांच हो रही है. आरोपियों के मिलने पर पूछताछ कर पूरे मामले का खुलासा होगा. उन्होंने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए आला अफसर लगातार निगरानी बनाए हुए हैं. सीतापुर के पते पर टीम पहुंची तो वहां पर जो व्यक्ति जीआरपी को मिले उन्होंने बताया कि उन्हें इस बारे में कुछ पता ही नहीं. अब टीम छपरा में उस पते पर दबिश दे रही है.टीम वहीं पर रुकी हुई है.

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