रोहतास: मिड डे मील. इस योजना का उद्देश्य बच्चों को सेहतमंद बनाना है, लेकिन कुछ लोगों की लापरवाही से यह बच्चों के लिए खतरा बनती जा रही है. बिहार के रोहतास में मिड डे मील की लापरवाही ने शुक्रवार को बच्चों की सेहत से बड़ा खिलवाड़ किया. मिड डे मील खाने के बाद बड़ी संख्या में बच्चों को पेट दर्द और उल्टी की शिकायत होने लगी. दर्द से छटपटाते बच्चों को अस्पताल ले जाया गया. प्रशासन ने वेंडर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई करने की बात कही है.
अभिभावकों में आक्रोशः मामला डेहरी प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय रामगढ़ का है. बताया जाता है कि मध्याह्न भोजन के बाद बच्चों की अचानक तबियत बिगड़ने लगी. इसके बाद शिक्षकों के होश उड़ गए. बच्चों की तबियत बिगड़ने की जानकारी ग्रामीणों को हुई. बच्चों के बीमार होने की जानकारी शिक्षकों के द्वारा देर से दिये जाने से ग्रामीण आक्रोशित थे. उनलोगों ने कुछ देर तक विद्यालय में हंगामा भी किया. आनन फानन में अपनी व्यवस्था से बच्चों को डेहरी के अनुमंडल अस्पताल में एडमिट कराया.
इलाज के बाद बच्चे घर लौटेः मामले की जानकारी मिलते ही डेहरी के प्रभारी एसडीएम, अंचलाधिकारी शिबू व अवर निर्वाचन अधिकारी संतोष कुमार सिंह अस्पताल पहुंचे. अस्पताल प्रबंधन को बच्चों के बेहतर इलाज करने को निर्देश दिया. विद्यालय पहुंच कर पूरे मामले की जानकारी ली. ग्रामीणों से भी बात की. एसडीएम ने बताया कि 28 बच्चे विद्यालय पहुंचे थे. जिनमें में से 17 बच्चे एमडीएम खाने से बीमार हो गए. सभी का अनुमंडलीय अस्पताल में इलाज कराया गया. इलाज के बाद वापस घर भेज दिया गया.
"सभी बच्चों की हालत बेहतर है. मामले की जांच की जा रही है. डीपीओ से भी बात की गई है. प्रभारी प्रधानाचार्य के लिखित आवेदन पर वेंडर के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी."- अभिषेक कुमार, प्रभारी एसडीएम, रोहतास
क्या कहा बच्चों नेः छात्रों ने बताया कि आज उन्हें खाने में छोले-चावल तथा अंडा दिया गया था. उनलोगों ने भोजन किया. खाना खाने के बाद उन्हें अचानक चक्कर, पेट दर्द तथा उल्टी की शिकायत होने लगी. एक के बाद एक छात्र बीमार पड़ने लगे. छात्र अभिषेक और रानी ने बताया कि भोजन में जो अंडा दिया गया था उसमें से पानी जैसा कुछ निकल रहा था. पीला जर्दा की जगह काला सा दिख रहा था.
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