ETV Bharat / state

एमसीबी का महादेव टिकरा गांव विकास से कोसों दूर, सालों से झिरिया का पानी पी रहे गांव वाले - drinking Jhiriya dirty water in MCB - DRINKING JHIRIYA DIRTY WATER IN MCB

एमसीबी का महादेव टिकरा गांव विकास से कोसों दूर है. यहां सालों से लोग झिरिया का पानी पी रहे हैं. इस पानी को लाने के लिए भी गांव वालों को लंबी दूरी तय करनी पड़ती है.

drinking Jhiriya dirty water in MCB
महादेव टिकरा गांव विकास से कोसों दूर (ETV BHARAT)
author img

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : May 30, 2024, 8:53 PM IST

सालों से झिरिया का पानी पी रहे गांव वाले (ETV BHARAT)

मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर जिले के एक गांव के लोग आज भी नदी, झिरिया का पानी पीने को मजबूर हैं. भीषण गर्मी में गांव को लोगों को पानी के लिए लंबा सफर तय करना होता है. इस दौरान ग्रामीणों को उबड़-खाबड़ रास्ते से होकर गुजरना पड़ता है. इन रास्तों से होकर ग्रामीण झिरिया का पानी भरकर उसे घर लाते हैं और उसी पानी को पीकर गुजारा करते हैं.

सालों से झिरिया का पानी पी रहे गांववाले: दरअसल, हम बात कर रहे हैं एमसीबी जिले के उजियारपुर गांव से कुछ दूरी पर बसे ग्राम पंचायत सोनवर्षा के महादेव टिकरा गांव की. इस गांव में गोंड आदिवासी और पंडो जनजाति के लोग रहते हैं. इस गांव में लगभग 22 घर है. ये सभी झिरिया का पानी पीते है. ग्रामीणों का कहना है कि यहां पेयजल की दिक्कत है. ये लोग झिरिया का पानी लाकर उसे ही पीते हैं. कई बार इस पानी को पीकर बच्चे बीमार पड़ जाते हैं. ये पानी दिखने में भी मटमैला होता है.

मुझे जानकारी मिली है. गांव के लोग झिरिया का पानी पीकर गुजारा कर रहे हैं. जल्द ही हम इस समस्या का समाधान करेंगे.-लिंगराज सिदार, एसडीएम, मनेन्द्रगढ़

गांव में दो हैंडपंप हैं दोनों से आता है गंदा पानी: गांववालों की मानें तो गांव में 2 हैंडपंप है. दोनों से गंदा पानी निकलता है. जलजीवन मिशन का काम हुआ है, लेकिन आज तक उसमें पानी नहीं आया है.सालों से ये लोग झरिया का पानी पी रहे है. इस पानी के लिए भी उनको काफी दूर तक का सफर तय करना पड़ता है.

कवर्धा: बरसों से झिरिया का पानी पी रहे बैगा आदिवासी परिवार, इनकी भी सुन लो सरकार!
कांकेर में पानी बना धीमा जहर, इस गांव के लोग खतरनाक जल पीने को मजबूर - Kanker Water Becomes Slow Poison
बुनियादी सुविधाओं को तरसता कोंडागांव का चनाभर्री गांव

सालों से झिरिया का पानी पी रहे गांव वाले (ETV BHARAT)

मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर जिले के एक गांव के लोग आज भी नदी, झिरिया का पानी पीने को मजबूर हैं. भीषण गर्मी में गांव को लोगों को पानी के लिए लंबा सफर तय करना होता है. इस दौरान ग्रामीणों को उबड़-खाबड़ रास्ते से होकर गुजरना पड़ता है. इन रास्तों से होकर ग्रामीण झिरिया का पानी भरकर उसे घर लाते हैं और उसी पानी को पीकर गुजारा करते हैं.

सालों से झिरिया का पानी पी रहे गांववाले: दरअसल, हम बात कर रहे हैं एमसीबी जिले के उजियारपुर गांव से कुछ दूरी पर बसे ग्राम पंचायत सोनवर्षा के महादेव टिकरा गांव की. इस गांव में गोंड आदिवासी और पंडो जनजाति के लोग रहते हैं. इस गांव में लगभग 22 घर है. ये सभी झिरिया का पानी पीते है. ग्रामीणों का कहना है कि यहां पेयजल की दिक्कत है. ये लोग झिरिया का पानी लाकर उसे ही पीते हैं. कई बार इस पानी को पीकर बच्चे बीमार पड़ जाते हैं. ये पानी दिखने में भी मटमैला होता है.

मुझे जानकारी मिली है. गांव के लोग झिरिया का पानी पीकर गुजारा कर रहे हैं. जल्द ही हम इस समस्या का समाधान करेंगे.-लिंगराज सिदार, एसडीएम, मनेन्द्रगढ़

गांव में दो हैंडपंप हैं दोनों से आता है गंदा पानी: गांववालों की मानें तो गांव में 2 हैंडपंप है. दोनों से गंदा पानी निकलता है. जलजीवन मिशन का काम हुआ है, लेकिन आज तक उसमें पानी नहीं आया है.सालों से ये लोग झरिया का पानी पी रहे है. इस पानी के लिए भी उनको काफी दूर तक का सफर तय करना पड़ता है.

कवर्धा: बरसों से झिरिया का पानी पी रहे बैगा आदिवासी परिवार, इनकी भी सुन लो सरकार!
कांकेर में पानी बना धीमा जहर, इस गांव के लोग खतरनाक जल पीने को मजबूर - Kanker Water Becomes Slow Poison
बुनियादी सुविधाओं को तरसता कोंडागांव का चनाभर्री गांव
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.