मऊगंज: शाहपुर थाना इलाके में स्थित वर्षों पुराने महादेव मंदिर की जमीन में किए गए कब्जा को हटाने विगत 3 दिनों से धरना प्रदर्शन किया जा रहा है. इस बीच प्रदर्शन के तीसरे दिन स्थानीय बीजेपी विधायक प्रदीप पटेल धरना प्रदर्शन में शामिल होने पहुंचे. जहां विधायक की उपस्थिति में प्रदर्शनकारियों ने खुद से ही अतिक्रमण हटाने का प्रयास किया. जिसके बाद प्रदर्शनकारियों और अतिक्रमणकारियों के बीच विवाद की स्थिति निर्मित हो गई. इसके बाद दोनों ही पक्ष लाठी डंडे बरसाने लगे तथा दोनों तरफ से पथराव भी हुआ. इस दौरान विवाद को बढ़ता देख घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी पहुंचे. पुलिस ने मऊगंज से भाजपा विधायक प्रदीप पटेल को हिरासत में ले लिया.
मंदिर की जमीन पर अतिक्रमण का मामला
मामला शाहपुर थाना इलाके का है. यहां वर्षों पुराना महादेव का मंदिर है. लोगों का ऐसा आरोप है कि मंदिर क्षेत्र की खाली पड़ी जमीन पर कुछ लोगों ने कई सालों से अपना कब्जा जमाया हुआ है. जिसके कारण मंदिर में आने वाले भक्तों को आने जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. जिसके चलते शासन ने वहां के अतिक्रमण को खाली कराने का नोटिस भी जारी किया था परंतु वहां रह रहे लोगों ने कोर्ट से स्टे ले लिया था. जिसकी वजह से प्रशासन ने जमीन को खाली नहीं कराया. स्थानीय लोग इस बात से नाराज हो गए और उन्होंने अतिक्रमण हटाने के लिए विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया.
3 दिन से चल रहा था धरना-प्रदर्शन
अतिक्रमण अलग नहीं होने पर लोग 3 दिन से धरना प्रदर्शन कर रहे थे. इस बीच मंगलवार को धरना प्रदर्शन में बीजेपी विधायक प्रदीप पटेल भी शामिल हुए और उनके सामने लोगों का आक्रोश फूट पड़ा. लोगे खुद ही अतिक्रमण को हटाने लगे और मौके पर विवाद की स्थिति बन गई. इस बीच अतिक्रमणकारियों और प्रदर्शनकारियों के बीच लाठी डंडे चले और पथराव हुआ.
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हिरासत में बीजेपी विधायक
अतिक्रमण हटाने को लेकर किए जा रहे आंदोलन में विवाद के बाद भारी संख्या में पुलिस फोर्स पहुंची. विधायक प्रदीप पटेल की मौजूदगी में लोगों ने पहले तो विधायक से मंदिर के अतिक्रमण को जल्द हटाने की मांग की, फिर खुद ही जेसीबी मशीन और फावड़े के साथ अतिक्रमण को हटाने के लिए आगे आकर प्रयास करना शुरू कर दिया. जिसके बाद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में विधायक प्रदीप पटेल को हिरासत में ले लिया गया.
'प्रशासन ने अतिक्रमण नहीं हटाया'
बीजेपी विधायक प्रदीप पटेल का कहना है कि "कोर्ट ने 3 महीने पहले प्रशासन को अतिक्रमण हटाने के आदेश दिए थे लेकिन अब तक मंदिर की जमीन से अतिक्रमण अलग नहीं किया गया. इसके चलते यहां के लोग धरना प्रदर्शन कर रहे थे. मैं तो आज ही झारखंड चुनाव प्रचार से लौटा और आंदोलन में शामिल हुआ. पुलिस ने मुझे हिरासत में क्यों लिया ये वहीं बताएंगे लेकिन मंदिर की जमीन से अतिक्रमण अलग होना चाहिए."