देहरादून: उत्तराखंड के देहरादून में बहने वाली रिस्पना (ऋषिपर्णा) और बिंदाल समेत अन्य नदियों की हालत किसी से छिपी नहीं है. कभी साफ पानी की वजह पहचाने जाने वाली नदियां अब कचरा धोने वाली नालियों में तब्दील हो गई है. इन नदियों को स्वच्छ करने के लिए तमाम प्रयास किए गए, लेकिन नदियां साफ नहीं हो सकी. अब एक बार से नदियों को स्वच्छ रखने के लिए कवायद की जा रही है. जिसके तहत नगर निगम की ओर से स्वच्छ भारत मिशन के तहत रिस्पना नदी की सफाई के लिए अभियान की शुरुआत कर दी गई है.
3 जेसीबी और 6 ट्रैक्टर ट्रॉलियों के साथ 30 सफाई कर्मियों ने संभाला मोर्चा: बता दें कि रिस्पना नदी की सफाई के लिए 18 किलोमीटर नदी क्षेत्र को 6 जोन में बांटा गया है. स्थिति का जायजा लेने के लिए ड्रोन से सर्वे करवाया जा रहा है. अभियान के तहत देहरादून शहर में नदी नालों की सफाई की जानी है. पहले चरण में राजीव नगर से मोहनी रोड पुल तक रिस्पना नदी की सफाई का काम शुरू किया गया है. सफाई कार्य में 30 कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है. उनकी मदद के लिए 3 जेसीबी और 6 ट्रैक्टर ट्रॉलियां उपलब्ध करवाई गई है. साथ ही एक टास्क फोर्स गठित की गई है. जो नदी में कूड़ा फेंकने वालों के खिलाफ चालान की कार्रवाई करेगी.
गौर हो कि देहरादून में रिस्पना, बिंदाल नदियों के अलावा नालों में अपार गंदगी देखने को मिलती है. गंदगी की सफाई के लिए अब नगर निगम ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत अभियान शुरू किया है. नगर निगम की ओर से लोगों को जागरूकता अभियान चलाकर घर का कूड़ा सफाई वाहनों को देने के लिए प्रेरित किया जाएगा. साथ ही नगर आयुक्त ने डोर टू डोर कूड़ा उठाने के लिए अनुबंधित कंपनियों को निर्देश दिए हैं. सहायक नगर आयुक्त को इसके मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी सौंपी गई है. साथ ही अधिकारियों ने स्वच्छता सर्वेक्षण में नगर निगम देहरादून को बेहतर रैंक दिलाने के लिए शहरवासियों से सहयोग करने की अपील की है.
क्या बोलीं नगर आयुक्त नमामि बंसल? देहरादून नगर आयुक्त नमामि बंसल का कहना है कि रिस्पना, बिंदाल और सौंग प्रमुख नदियां है. इसके अलावा 46 छोटे-बड़े नाले हैं. इनको कवर करते हुए हर साल नगर निगम सफाई अभियान चलाया जाता है. इस साल विशेष रूप से बड़े स्तर से अभियान चलाने के लिए योजना बनाई गई है. अतिरिक्त मशीन और मैनपावर सफाई में लगाई गई है. साथ ही पहले महीने में बड़े स्तर पर सफाई अभियान चलाने के बाद इसकी रूटीन की व्यवस्था कराई जाएगी. इसके लिए नगर निगम की ओर से टीम बनाई गई है.
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