पटना: राजधानी पटना के धनरूआ प्रखंड की लहरा गांव में आजादी से अब तक सड़क नहीं बनी है, जिससे गुस्साए मतदाता प्रत्येक साल चुनाव में वोट का बहिष्कार करते हैं. ऐसे में इस बार भी लोगों ने वोट बहिष्कार का निर्णय लिया है, जिसको लेकर जिला प्रशासन लगातार ग्रामीणों के साथ मैराथन बैठक कर वार्ता कर रही है.
एसडीएम ने लोगों के साथ की मैराथन बैठक: वोट बहिष्कार करने वाले मतदाताओं के बीच एसडीएम अमित कुमार पटेल के नेतृत्व में सभी अनुमंडल प्रशासन की टीम पहुंची और उन सभी मतदाताओं से मैराथन बैठक करते हुए बातचीत की. इस दौरान लोगों का कहना था कि लहरा गांव में आजादी से अब तक सड़क नहीं बन पाई है, जिस कारण लोग प्रत्येक साल सड़क बनाने की मांग को लेकर वोट का बहिष्कार करते हैं.
इस बार भी ग्रामीणों ने वोट बहिष्कार की ठानी: ऐसे में इस बार भी 1 जून को होने वाले मतदान को लोगों ने बहिष्कार किया है, जिसको लेकर लगातार बैठक का दौर चल रहा है. एसडीएम अमित कुमार पटेल ने बताया कि तकरीबन 11 किलोमीटर की सड़क बनाने को लेकर ग्रामीण कार्य विभाग को प्रस्ताव भेज दिया गया है. सबूत के तौर पर भेजे हुए कागजात, लेआउट, जमीन अधिग्रहण आदि सारे कागजात को ग्रामीणों को दिखाया गया और लोगों से वोट करने की अपील की गई.
"लोगों को आश्वस्त किया गया है कि चुनाव के बाद जिलाधिकारी खुद इस पूरे मामले में हस्तक्षेप करते हुए ग्रामीण कार्य विभाग के द्वारा यह सड़क निर्माण करवाएंगे. आप सब मतदाताओं से अपील है कि बढ़ चढ़कर वोट दें. आपका एक वोट इस लोकतंत्र में एक मजबूत सरकार बनाएगी."- अमित कुमार पटेल, एसडीएम मसौढ़ी
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