बाड़मेर : रेगिस्तानी इलाके बाड़मेर जिले के चौहटन में आयोजित हुए मरुकुंभ सुंईया मेले में लाखों श्रद्धालु पहुंचे. 7 साल बाद बने पंचयोग, यानी पौष मास, अमावस्या, सोमवार, व्यातिपात योग और मूल नक्षत्र में स्नान के लिए लोगों की भीड़ उमड़ी. सुबह 6 बजे के बाद पहाड़ियों के झरने से आने वाले पानी से कड़ाके की सर्दी में भी श्रद्धालुओं ने पवित्र स्नान किया. मेले में अलसुबह से लेकर शाम तक उमड़े जनसैलाब ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए. करीब सात किलोमीटर दूरी तक सड़कें खचाखच भरी हुई नजर आईं.
मेले में पहुंचे श्रद्धालुओं ने सुईंया महादेव, डूंगरपुरी मठ, कपालेश्वर महादेव, धर्मपुरीजी महाराज मंदिर समेत विभिन्न धार्मिक स्थलों के दर्शन किए. इसके साथ ही, श्रद्धालुओं ने सुईया महादेव मंदिर की पहाड़ी के गोमुख से निकलने वाले पवित्र जल से स्नान किया और अपने गंतव्य की ओर रवाना हुए. शाम होते-होते मेला पूरी तरह से सम्पन्न हुआ.
इससे पहले रविवार रात यहां भजन संध्या, अग्नि नृत्य का भी आयोजन हुआ. इसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए. इसके बाद सोमवार सुबह 4 बजे से श्रद्धालु स्नान करने पहुंच गए. इस मेले को लेकर श्रद्धालुओं में बड़ा उत्साह देखा जा रहा है. बच्चो ने भी मेले में लगे झूलों का लुत्फ उठाया. सोमवार सुबह श्रद्धालु नाचते गाते चौहटन कस्बे में स्थित सुईंया धाम पहुंचे और पहाड़ी पर स्थित सुईंया, कपालेश्वर व विष्णु पगलिया मंदिर में दर्शन किए.
कलेक्टर और एसपी ने की मॉनिटरिंग : जिला कलेक्टर टीना डाबी और पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह मीणा खुद मेले की मॉनिटरिंग की. जिला कलेक्टर टीना डाबी ने बताया कि पांडवों की तपोभूमि चौहटन में अर्द्ध कुंभ पोषण मेला शांतिपूर्ण संपन्न हुआ. मेले में श्रृद्धालुओं को किसी भी तरह की समस्या का सामना नहीं करना पड़े, इसके लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई.
चौहटन उपखंड अधिकारी कुसुमलता चौहान ने स्वयं मेले में एनाउंसमेंट की जिम्मेदारी संभाली और श्रद्धालुओं से कहा कि वे बिना जल्दबाजी के आराम से मंदिर में दर्शन और स्नान करें और अपने सोने-चांदी के गहनों व कीमती सामान का ध्यान रखें. मेले के दौरान कानून व्यवस्था और शांति बनाए रखने के लिए पुलिस के जवान जगह-जगह तैनात थे और ड्रोन कैमरे तथा दूरबीन के जरिए उनकी निगरानी की जा रही थी.