इटावा: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सलियों के लैंड माइंस ब्लास्ट में इटावा के CRPF जवान की मौत हो गई थी. रविवार को उनका अंतिम संस्कार किया गया. शनिवार की देर रात शहीद जवान का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव लाया गया. इस दौरान बड़ी संख्या में लोग अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे. शनिवार देर रात इटावा डीएम-एसएसपी समेत कई आला अधिकारी भी शहीद के घर पहुंचे. अधिकारियों ने परिजनों को सांत्वना दी.
इटावा के बसरेहर ब्लॉक के अंतर्गत किल्ली सुल्तानपुर गांव के रहने वाले गिरीश बाबू (55) छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा CRPF में ASI पद पर तैनात थे. गिरीश बाबू के बेटे ने बताया कि 1 फरवरी को गिरीश रूटीन गस्त पर निकले थे. इस दौरान नक्सलियों के बिछाए गए IED में ब्लास्ट हो गया. इसकी चपेट में आने से पापा बुरी तरह जख्मी हो गए थे. वह शहीद हो गये.
शहीद गिरीश बाबू का पार्थिव शरीर जैसे ही गांव में ले जाया गया, तो पूरे गांव में सन्नाटा पसर गया. आसपास के क्षेत्र के लोग शहीद गिरीश बाबू के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे. इटावा जिलाधिकारी अवनीश कुमार राय, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा, सांसद रामशंकर कठेरिया समेत कई आला अधिकारी भी शहीद के घर श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे.
गिरीश बाबू के दो बेटे और दो बेटियां हैं. इसमें एक बड़ी बेटी की शादी हो चुकी है. गिरीश बाबू का बड़ा बेटा पुष्पराज (27 वर्ष), छोटा बेटा विपिन कुमार (23 वर्ष), बड़ी बेटी प्रियंका गोयल (25 वर्ष) और छोटी बेटी वैष्णवी है. राजकीय सम्मान के साथ गिरीश बाबू को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. रविवार को शहीद गिरीश बाबू का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव कली सुल्तानपुर में हुआ. शहीद गिरीश बाबू के अंतिम संस्कार में सीआरपीएफ के अधिकारी, क्षेत्र की जनता, राजनीतिक दलों के नेता शामिल हुए.
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