हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश के वीर सपूत शहीद कैप्टन मृदुल शर्मा का 1 जनवरी को हमीरपुर में शहादत दिवस मनाया गया. बुधवार को हमीरपुर में सादे समारोह का आयोजन किया गया. शहीद की प्रतिमा पर शहीद के भाई मुकुल शर्मा, विधायक आशीष शर्मा, उपायुक्त हमीरपुर अमरजीत सिंह, एसपी हमीरपुर भगत सिंह ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी.
साल 2004 में पाई थी शहादत
शहीद कैप्टन मृदुल शर्मा ने एक जनवरी 2004 को पीर पंजाल पर्वत श्रेणी के वन्य शिखर पर मुखीधार कंपनी की कमान संभालते हुए समेकित सेना मुख्यालय क्षेत्र जम्मू-कश्मीर के हिमाच्छादित क्षेत्र में घुसपैठियों का मुकाबला करते हुए राष्ट्रहित में सर्वोच्च बलिदान दिया.
शहीद के नाम पर पार्क निर्माण की मांग
कैप्टन मृदुल शर्मा के भाई मुकुल रतन भारद्वाज ने कहा "मेरे भाई को शहीद हुए 20 साल हो चुके हैं. मृदुल चौक पर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई. 20 साल के संघर्ष के बाद बाल स्कूल हमीरपुर का नाम मृदुल शर्मा के नाम पर रखा गया जिसके लिए सरकार का आभार है". उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की है कि मृदुल शर्मा पार्क का जो निर्माण किया जा रहा है उसका कार्य जल्द पूरा किया जाए.
शहीदों की कुर्बानियों की बदौलत ही हमारे देश की सीमाएं सुरक्षित हैं. शहीदों और देश के वीर जवानों का हमें हमेशा सम्मान करना चाहिए. शहीद मृदुल की शहादत को याद करते हुए उनके भाई ने बताया "31 दिसंबर 2003 की रात को आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी जिसके बाद उनके नेतृत्व में ऑपरेशन किया गया जिस दौरान अपने दो साथियों को बचाते हुए उन्होंने शहादत पाई."
हमीरपुर के विधायक आशीष शर्मा ने बताया 1 जनवरी 2004 को कैप्टन मृदुल शर्मा देश के लिए शहीद हुए हैं. उन्होंने देश की रक्षा के लिए अपना बलिदान दिया. आज उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करके श्रद्धांजलि दी है. आशीष शर्मा ने कहा कि मृदुल शर्मा पार्क के लिए बीजेपी सरकार के समय 60 लाख रुपए स्वीकृत किए गए थे और पार्क का निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा था लेकिन बीते चार-पांच महीनों से आर्थिक तंगी के चलते इस कार्य को रोका गया है. जल्द ही इस कार्य का पूरा किया जाएगा.
ये भी पढ़ें: साल 2025 में छुट्टियों की भरमार, एक क्लिक में देखें पूरी लिस्ट