रांची: 14 मार्च का दिन स्वास्थ्य विभाग के लिए महत्वपूर्ण दिन होता है, क्योंकि इस दिन विश्व किडनी दिवस बनाया जाता है. इस दिन स्वास्थ्य विभाग विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों के बीच के संदेश देते हैं कि किस तरह से लोग अपने किडनी की सुरक्षा करें. किडनी शरीर के महत्वपूर्ण अंगों में एक है, किडनी का काम होता शरीर के अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालने का होता है.
किडनी के प्रति आम लोगों को जागरूक करने के लिए राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स की तरफ से विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन किया गया. रिम्स के एकेडमिक ब्लॉक में विश्व किडनी दिवस के उपलक्ष्य पर नुक्कड़ नाटक और रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. इस प्रतियोगिता में नेफ्रोलॉजी विभाग के कर्मचारी और एमबीबीएस स्टूडेंट्स ने हिस्सा लिया. इस कार्यक्रम के दौरान रिम्स निदेशक डॉ राजकुमार और नेफ्रोलॉजी विभाग की विभाग अध्यक्ष डॉ. प्रज्ञा भी मौजूद रहीं.
इस कार्यक्रम में आए छात्रों और लोगों को संबोधित करते हुए रिम्स के निदेशक डॉ राजकुमार ने बताया कि एक आंकड़े के अनुसार प्रतिवर्ष करीब दो लाख से ज्यादा लोग किडनी की बीमारी से ग्रसित होते हैं. उन्होंने बताया कि आज के भाग-दौड़ में लोग अपने शरीर का ख्याल नहीं रख पाते हैं. उन्होंने बताया कि लगातार बढ़ते पॉल्यूशन के बीच खराब खाना और अत्यधिक नशीली पदार्थ का सेवन करना किडनी खराब होने का मुख्य कारण है.
वहीं रिम्स निदेशक डॉ राजकुमार ने कार्यक्रम में आए लोगों को संदेश देते हुए कहा कि अगर किसी भी व्यक्ति को किडनी की बीमारी होती है तो उससे डरने की आवश्यकता नहीं है. क्योंकि आज किडनी की बीमारी से निजात पाने के लिए कई तकनीक आ मौजूद हैं, स्वास्थ्य के क्षेत्र में विज्ञान ने काफी विकास किया है. डायलिसिस और ट्रांसप्लांट जैसी पद्धतियों से किडनी के मरीजों की जान बचाई जा सकती है.
वहीं नेफ्रोलॉजी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. प्रज्ञा ने बताया कि रिम्स में नेफ्रोलॉजी विभाग में लगभग सारी सुविधाएं हैं. वहीं आने वाले दिनों में किडनी ट्रांसप्लांट और अन्य आधुनिक सुविधाएं भी मुहैया कराई जाएंगी. जिससे रिम्स का नेफ्रोलॉजी विभाग झारखंड का सबसे बेहतर सुविधा वाला अस्पताल बनेगा. विश्व किडनी दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में रिम्स के निदेशक डॉ. राजकुमार, नेफ्रोलॉजी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉक्टर प्रज्ञा, अधीक्षक डॉक्टर हिरेन बिरुवा, उपाधीक्षक डॉक्टर एस त्रिपाठी, जनसंपर्क पदाधिकारी डॉक्टर राजीव रंजन सहित रिम्स के कई वरिष्ठ चिकित्सक मौजूद रहे.
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