छपरा: सारण जिले के मशरक थाना क्षेत्र के गंगौली गांव के उत्क्रमित मध्य विद्यालय में उस वक्त अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया जब बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी. दरअसल बच्चों को फाइलेरिया की दवा खिलायी गई थी. दवा खाने के कुछ देर बाद ही 10 छात्र छात्राओं की तबीयत खराब हो गई. तबीयत बिगड़ता देख सभी को आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया.
छपरा में कई बच्चे बीमार: दवा लेने के थोड़ी देर बाद ही बहुत सारे बच्चों ने चक्कर होने और पेट दर्द की शिकायत शुरू कर दी. मौके पर सभी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मशरक में भर्ती कराया गया, जहां चिकित्सक द्वारा तेजी से बच्चों का इलाज शुरू किया गया और फिलहाल सभी बच्चे सुरक्षित हैं.
सभी बच्चों की हालत सामान्य : प्रभारी डॉ संजय कुमार ने कहा कि यह दवा खाने के बाद कीड़ा के मरने से बच्चों की यह स्थिति हुई है. वैसे घबराने की कोई जरूरत नहीं है. सभी बच्चे सुरक्षित हैं.
"फाइलेरिया की दवा खाने के बाद यदि चक्कर,जी मिचलाना जैसी कोई भी दिक्कत होती है तो यह फाइलेरिया के कीड़े शरीर में रहने के लक्षण हैं. घबराने वाली कोई बात नहीं है."- डॉ संजय कुमार, सीएचसी प्रभारी,मशरक
फाइलेरिया की दवा खाने से बिगड़ी तबीयत: वहीं बच्चों की इस स्थिति को लेकर वहां हड़कंप का माहौल कायम हो गया, क्योंकि यही मशरक है, जहां पर एक बार विषाक्त भोजन खाने से कई बच्चों की मौत हो गई थी. इस कारण अभिभावकों में काफी बेचैनी देखी गई. लेकिन सभी बच्चे ठीक हो रहे हैं. केवल एक बच्ची को छपरा सदर अस्पताल रेफर किया गया है.
पढ़ें- मुजफ्फरपुर में आधा दर्जन से अधिक स्कूली बच्चे बीमार, फाइलेरिया की दवा खाने के बाद बिगड़ी तबीयत