पंचकूला: पिंजौर स्थित यादविंद्रा गार्डन में 31वें मैंगो मेले का मजा वीकेंड पर दोगुना हो रहा है. बच्चों से लेकर हर उम्र वर्ग के लोग इस मेले में मौज-मस्ती के साथ-साथ यहां सजाए गए 500 तरह के आम देखने को पहुंच रहे हैं. सुबह से ही पर्यटकों, स्थानीय लोगों के अलावा दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले लोग इस ऐतिहासिक मैंगो मेले में दिखाई जा रही सांस्कृतिक झांकियों और अन्य गतिविधियों का मजा लेने पहुंचे हैं.
2 ग्राम से डेढ़ किलो तक का आम: इस मैंगो मेले का सबसे आकर्षण का केंद्र 2 ग्राम का आम है, जिसे देखकर बच्चे-बड़े और बुजुर्ग हर कोई हैरान है. लोग इस आम को हाथों में पकड़ कर हंसी के जोरदार ठहाके भी लगा रहे हैं. इसके अलावा मेले में सबसे भारी आम का वजन डेढ़ किलो है. दोनों आम को एकसाथ रखे देख लोग काफी खुश दिख रहे हैं.
बच्चों के लिए झूले और फूड स्टॉल: बच्चों की मौज-मस्ती के लिए मेले में प्रवेश द्वारा के पास झूले लगाए गए हैं. यहां कई तरह के आनंददायक झूले लगे हैं. जबकि हर किसी के लिए हर तरह की स्नैक्स और अन्य फूड आइटम के स्टॉल भी लगाए गए हैं. शाम के समय लोग दाल और मिर्च के पकोड़ों का चाय के साथ आनंद ले रहे हैं. जबकि दिन में आम जूस और अन्य तरल पदार्थों का स्वाद ले रहे हैं.
बुजुर्गों के लिए रैंप और गोल्फ कार्ट सुविधा: मेले में पहुंचने वाले अधिक आयु के लोगों को थकान और अन्य प्रकार की परेशानी से बचाव के लिए गोल्फ कार्ट गाड़ी की व्यवस्था भी है. यदि गोल्फ कार्ट नहीं मिलती तो नीचे-ऊपर आवाजाही के लिए रैंप भी हैं. इससे बुजुर्गों को काफी राहत है. उमस भरी गर्मी से राहत के लिए जगह-जगह पानी को व्यवस्था भी की गई है.
मेले के लिए विशेष बसों के रूट तय: इसी 31वें मैंगो मेले में हरियाणा-पंजाब-चंडीगढ़ के अलावा हिमाचल प्रदेश समेत अन्य राज्यों के लोग भी पहुंच रहे हैं. कुछ लोगों ने ईटीवी (भारत) के साथ अपने खुशनुमा मौज-मस्ती के पलों को साझा किया. मेले में वीकेंड के चलते अधिक लोगों के पहुंचने का अनुमान है. इसके लिए पंचकूला-कालका और चंडीगढ़ से बसों के विशेष रूट भी तय किए गए हैं.