मेरठ: शहर के जाग्रति विहार में स्थित ग्लोबल डॉयग्नोस्टिक सेंटर पर हरियाणा स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापेमारी की. इस दौरान वहां अफरा-तफरी मची रही. सेंटर पर मरीजों का कोई रिकॉर्ड नहीं मिला. टीम ने डॉयग्नोस्टिक सेंटर चलाने वाली डॉक्टर और तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि यहां पर अवैध तरीके से गर्भ में पल रहे बच्चे का लिंग पता करने का काम किया जाता था. छापेमारी के बाद बड़ी संख्या में पहुंचे निजी डॉक्टर्स और IMA सदस्यों ने इसका विरोध भी किया. फिलहाल, मामले की जांच की जा रही है.
पुलिस ने अल्ट्रासाउंड सेंटर पर मौके से ही संचालिका डॉ. छवि बंसल के साथ तीन दलालों को अरेस्ट किया है. इनमें मेरठ के नंगलाताशी निवासी अनिल पुत्र प्रकाश, पवन पुत्र सुरेंद्र सिंह निवासी कोतवाली, हेमंदर निवासी गोविंदपुरी को गिरफ्तार किया गया है. वहीं, छापेमारी के दौरान डॉ. छवि टीम के सामने ही रोने लगीं और अपना रिकार्ड नहीं दिखा पाने और पकड़े जाने पर वो स्टाफ को डांटती रहीं. छापेमारी टीम ने सभी मरीजों को उनके पैसे वापस लौटाने के लिए कहा है.
निजी डॉक्टर्स ने किया विरोध: हरियाणा से मेरठ आई स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मंगलवार को जाग्रति विहार में ग्लोब्ल डॉयग्नोस्टिक सेंटर अचानक छापा मारा. मौके पर मेरठ स्वास्थ्य विभाग की टीम, मेडिकल थाना पुलिस और प्रशासनिक अफसर मौजूद रहे. इस दौरान काफी संख्या में निजी डॉक्टर, न्यूटिमा अस्पताल के डॉक्टर और IMA के मेंबर डॉक्टर्स भी मेडिकल थाने पहुंच गए. डॉक्टरों ने पूरे मामले पर आपत्ति जताते हुए कहा कि यह बिल्कुल गलत एक्शन है. इस तरह किसी सेंटर पर छापेमारी करना ठीक नहीं है. इस तरह डॉक्टर्स का शोषण किया जा रहा है.
नहीं मिला मरीजों का कोई रिकॉर्ड: छापेमारी के दौरान हरियाणा स्वास्थय विभाग टीम को मरीजों का भी कोई रिकॉर्ड नहीं मिला. टीम ने सेंटर में आने वाले मरीजों का डाटा मांगा तो स्टाफ डाटा नहीं दे सका. रिसेप्शनिस्ट से लेकर सेंटर संचालिका डॉ. छवि एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाती रहीं. छापेमारी टीम के सामने एक-दूसरे पर रिकार्ड मेंटेन न करने का आरोप लगाया.
महिला को लेकर पहुंचे थे दलाल: बताया जा रहा है कि पूजा नामक गर्भवती महिला अल्ट्रासाउंड केंद्र पर पहुंची. तीनों दलालों ने गर्भवती महिला के भ्रूण की लिंग जांच कराने का बात कही और अल्ट्रासाउंड केंद्र पर लाए. तीनों ने 700 रुपए में अल्ट्रासाउंड कराने की बात कही. हालांकि लिंग जांच के लिए कुल 40 हजार रुपए पर बात तय हुई थी. जैसे ही मंगलवार को ये तीनों दलाल महिला को लेकर सेंटर पहुंचे और एंट्री कराई, चंद मिनटों में ही रोहतक हरियाणा की टीम पहुंच गई.
काफी दिनों से मिल रही थी शिकायत: छापेमारी टीम को देखकर सब भागने लगे, लेकिन टीम ने रंगे हाथों दलालों और डॉक्टर को पकड़ लिया. दलालों के पास 500-500 रुपए के 2 नोट भी मिले. ये वो 1 हजार रुपए थे, जो पूजा ने अल्ट्रासाउंड कराने के लिए सेंटर पर जमा कराए थे, इसमें से उसे 300 रुपए वापस मिलने थे. दोनों नोटों की सीरीज मैच भी हो गई. वहीं, बताया गया कि दलालों ने इस जांच के लिए 40 हजार रुपए में सौदा तय किया था.
"ग्लोबल डायग्नोस्टिक सेंटर की मालिक डॉ. छवि ओर अन्य 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. रोहतक स्वास्थ विभाग और मेरठ स्वास्थ्य विभाग टीम की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की है. इस मामले में विधिक कार्रवाई की जा रही है." -शैलेश कुमार, प्रभारी, मेडिकल थाना क्षेत्र
की जा रही आगे की कार्रवाई: इस पूरे मामले में हरियाणा स्वास्थय विभाग के अधिकारी डॉक्टर विशु का कहना है कि "शिकायत मिली थी, कि जाग्रति विहार में ग्लोब्ल डॉयग्नोस्टिक सेंटर पर कुछ गलत काम हो रहे हैं, जिसको लेकर सेंटर पर छापेमारी की गई. इस दौरान किसी भी मरीज का कोई रिकॉर्ड सेंटर पर नहीं मिला है. विभाग द्वारा आवश्यक कार्रवाई की जाएगी." वहीं, मेरठ के स्वास्थ्य अधिकारी महेश चन्द्रा का कहना है कि, " सूचना मिली थी. रोहतक की टीम आने की सूचना मिली है. अल्ट्रासाउंड सेंटर पर एक हजार रुपए बरामद हुए हैं. डॉक्टर समेत तीन दलालों को आरोपी बनाया गया है. विधिक कार्रवाई की जा रही है. "