रतलाम। मंदसौर के पिपलिया मंडी में किसानों के प्रदर्शन के दौरान हुए गोलीकांड की सातवीं बरसी पर गुरुवार को रतलाम कृषि मंडी में एक बार फिर किसानों ने आंदोलन शुरू कर दिया है. रतलाम की कृषि मंडी में किसान सगठनों ने अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है. किसानों का कहना है कि फसलों को नीलाम करने के लिए बनाए गए टीन शेड पर व्यापारियों ने अपने गोदाम और कार्यालय बना लिए हैं.
मंडी प्रांगण में किसानों को बैठने की जगह नहीं
किसानों में इस बात को लेकर आक्रोश है कि मंडी प्रांगण में किसानों के लिए ना तो बैठने की व्यवस्था है और ना ही पीने के पानी का इंतजाम. इसलिए अब किसानों ने मोर्चा खोल दिया है. सबसे पहले मंदसौर गोलीकांड में मृत किसानों को श्रद्धांजलि देकर किसानों की समस्याओं का ज्ञापन एसडीएम को सौंपा गया. किसान नेता डीपी धाकड़ ने बताया "व्यापारियों ने इन सरकारी शेड्स में ही अपने दफ्तर तक खोल लिए हैं. ऐसे में चिलचिलाती धूप में किसानों को अपनी उपज खुले आसमान के नीचे नीलाम करनी पड़ रही है."
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मंडी के जिम्मेदार अधिकारी खामोश क्यों
किसानों का कहना है कि मंडी के जिम्मेदार खामोश हैं. जब तक किसानों की समस्या का समाधान नहीं होता है तब तक अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा. वहीं,मंडी प्रशासन हर बार व्यापारियों को नोटिस देकर कागजी खानापूर्ति करता है और सालों से यही क्रम चला आ रहा है. मंडी के जिम्मेदार व्यापारियों पर ठोस कार्रवाई से बचते हैं, जिसका खामियाजा किसानों को उठाना पड़ रहा है. किसानों का कहना है कि उनकी मांगों पर सरकार ने ध्यान नहीं दिया तो आंदोलन और तेज किया जाएगा.