मंडला: बिछिया जनपद की लफरा ग्राम पंचायत में एक दो नहीं बल्कि 12 तालाब कागजों में बना दिए गए. जनपद सदस्य ने आरोप लगाया है कि खेत में बनने वाले तालाबों के नाम पर जमकर भ्रष्टाचार किया गया. उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत ने कागजों में ही तालाब बना दिए जबकि हकीकत में पंचायत में खेत में कहीं तालाब बनाए ही नहीं गए. उन्होंने इसकी शिकायत कलेक्टर से की है.
'तालाब निर्माण के नाम पर जमकर भ्रष्टाचार'
लफरा ग्राम पंचायत ने एक नहीं दो नहीं बल्कि लाखों रुपये की लागत से एक दर्जन खेत तालाब बनाए हैं. जनपद सदस्य जानकी पुष्पकार ने इन तालाबों की हकीकत जानने के लिए लफरा ग्राम पंचायत का दौरा किया. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि "यहां किसी खेत के पास तालाब नहीं बने हैं. वास्तव में ये तालाब कागजों में ही बने हैं और पंचायत ने जमकर भ्रष्टाचार किया गया है. इन तालाबों को इसलिए बनवाना था ताकि किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी मिल सके."
जनपद सदस्य ने कलेक्टर से की शिकायत
ग्राम पंचायत लफरा में तालाब निर्माण में भ्रष्टाचार की शिकायत कलेक्टर से की गई है. जनपद सदस्य जानकी पुष्पकार ने बताया कि "लाखों रुपये की लागत से इन तालाब को बनाने का जिक्र ग्राम पंचायत ने किया है जबकि हकीकत कुछ और ही है. ऐसे में इस पूरे मामले की शिकायत कलेक्टर से की गई है."
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'तालाब निर्माण के नाम पर भ्रष्टाचार की होगी जांच'
बिछिया जनपद पंचायत की सीईओ राजेश मंडावी भी 12 तालाब निर्माण के नाम पर भ्रष्टाचार की बात सुनकर हैरान हुए. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मैनें अभी 2 महीने पहले ही ज्वाइन किया है. इस मामले की जांच की जाएगी और जो भी दोषी होगा उस पर उचित कार्रवाई की जाएगी. तालाब निर्माण में हुए भ्रष्टाचार को लेकर जब ईटीवी भारत की टीम लफरा ग्राम पंचायत पहुंची तो उस दौरान वहां सरपंच और सचिव दोनों नहीं मिले.