मंडी: हिमाचल प्रदेश में व्यवस्था परिवर्तन का नारा देने वाली सुक्खू सरकार के कार्यकाल में मंडी जिला में बनने जा रहे जोनल वेटरनरी हॉस्पिटल का निर्माण कार्य पिछले 8 माह से ठप पड़ा हुआ है. 4 मंजिला बनने वाले इस भवन का अभी तक 70 फीसदी निमार्ण कार्य ही पूरा हो पाया है, अभी तक जिसमें 4 करोड़ 74 लाख से अधिक बजट खर्च हो चुका है. शेष सिविल कार्य को पूरा करने के लिए अभी 1 करोड़ और बजट की आवश्यकता है. लेकिन सुक्खू सरकार ने इस वर्ष विभाग को सिर्फ 10 लाख का ही बजट दिया है, जो खर्च हो चुका है. अब संबधित ठेकेदार ने बीते 8 माह से इस भवन का निर्माण कार्य बंद कर दिया है.
इस वेटरनरी हॉस्पिटल भवन का निमार्ण रुकने के बाद अब छत पर लगाए गए लोहे के गाटर और बाहर पड़े सरिये को जंग लगना शुरू हो गया है. बता दें कि साल 2017 में तत्कालीन सीएम राजा वीरभद्र सिंह और तत्कालीन पंचायती राज मंत्री अनिल शर्मा ने चुनावों से पहले अक्टूबर 2017 में इस भवन की आधारशिला रखी थी. सत्ता परिवर्तन के बाद जयराम ठाकुर की सरकार के समय कोरोना काल के बाद वर्ष 2021 में इस भवन का निर्माण कार्य शुरू हुआ था.
वहीं, इस बारे में पशु पालन विभाग उपनिदेशक मंडी अतुल पुरी ने कहा, "इस भवन के सिविल कार्य कर पर अभी तक 4 करोड़ 74 लाख 974 का बजट खर्च हो चुका है. बचे हुए कार्य को पूर्ण करने के लिए 1 करोड़ अतिरिक्त बजट की आवश्यकता है".
वहीं, जोनल वेटरनरी हॉस्पिटल भवन का निर्माण कार्य रुकने के बाद से मंडी के लोग प्रदेश सरकार से नाराज नजर आ रहे हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि निर्माण कार्य जल्द शुरू न हुआ तो निर्माणाधीन भवन की छत पर लगी लोहे की गाटरें खराब होना शुरू हो जाएंगी. जिससे न केवल सरकार बल्कि जनता के पैसे की भी बर्बादी होगी. इन्होंने प्रदेश सरकार से इस भवन के अधूरे पड़े कार्य को जल्द पूरा करने की गुहार लगाई है. ताकि जनता को इस वेटरनरी जोनल अस्पताल का लाभ मिल सके.
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