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मंडी के राजबन में बादल फटने से भारी तबाही, 7 लोग अभी भी लापता, 3 की मौत - Mandi Disaster

Cloudburst in Rajban village in Drang: मंडी जिले में भारी बारिश ने बीते रोज जमकर तबाही मचाई. तीन परिवारों पर बरसात कहर बन कर टूटी. राजबन गांव में बादल फटने से तीन मकान मलबे की चपेट में आ गए. जिसमें बारह लोग दब गए. अब तक मलबे से 2 घायल और 3 शव निकाले गए हैं.

Cloudburst in Rajban village in Drang
दंग्र के राजबन में बादल फटने के बाद भारी तबाही (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Aug 2, 2024, 7:22 AM IST

Updated : Aug 2, 2024, 8:11 AM IST

मंडी: जिला मंडी के तहत द्रंग के राजबन गांव में बादल फटने की घटना के बाद अभी भी 7 लोग लापता हैं. वीरवार दिनभर चले सर्च ऑपरेशन के बाद 2 शवों को और 1 घायल को मलबे से बाहर निकाला गया है. वहीं, एक शव और एक घायल को स्थानीय ग्रामीणों ने हादसे के बाद रात को ही मलबे से निकाल लिया था. वीरवार को रात होने के चलते रेस्क्यू टीम को सर्च ऑपरेशन रोकना पड़ा. आज सुबह से फिर सर्च एवं रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया जाएगा.

राजबन में अभी भी मलबे में 7 लोग लापता (ETV Bharat)

आधी रात को मलबे में समाए 3 मकान

बता दें कि बुधवार रात को चौहार घाटी के धमच्याण पंचायत के राजबन गांव में देर रात को बादल फटने से तीन रिहायशी मकान मलबे में समा गए. घटना में तीन परिवारों के 12 लोग इस मलबे में दब गए. हासदे में घायल दो लोगों को सिविल अस्पताल जोगिंदर नगर में प्राथमिक उपचार के बाद टांडा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है. बादल फटने की घटना बुधवार देर रात करीब साढ़े बारह बजे हुई. जब परिवार के सभी सदस्य गहरी नींद में सोए हुए थे.

दिन भरा चला सर्च ऑपरेशन

घटना का पता चलते ही जिला उपायुक्त अपूर्व देवगन और कार्यकारी उपमंडलाधिकारी पधर भावना वर्मा मौके पर पहुंचे. जिला उपायुक्त की मौजूदगी में मलबे में दबे लोगों की तलाश को लेकर सर्च ऑपरेशन चलाया गया. स्थानीय ग्रामीणों के साथ एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, अग्निशमन विभाग और जिला रेस्क्यू दल दिन भर सर्च ऑपरेशन में जुटे रहे. देर शाम तक मलबे से गंभीर रूप से घायल दो लोगों व 3 शवों को बरामद किया गया.

मलबे की चपेट में आए 3 परिवारों के 12 लोग

राजबन में बादल फटने के बाद हुई तबाही तीन परिवारों के लिए काल बन कर आई. ये लोग अपने घरों में जब चैन की नींद सो रहे थे तो इलाके में हुई तबाही की चपेट में आ गए और तीन परिवार के 12 लोग मलबे में दब गए. मलबे में दबने वाले लोगों की पहचान-

  • सौजू राम, उम्र 80 साल, पुत्र वजीरू राम
  • चिंडी देवी, उम्र 75 साल, पत्नी सौजू राम
  • सोनम, उम्र 23 साल, पत्नी राम सिंह
  • मानवी, उम्र 3 माह, पुत्री राम सिंह
  • अमन, उम्र 9 साल, पुत्र ज्ञान चंद
  • आर्यन, उम्र 8 साल, पुत्र खेम सिंह
  • चौत्री देवी, उम्र 90 साल, पत्नी गोरखू राम
  • खुड़ी देवी, उम्र 46 साल, पत्नी चंदन लाल
  • अनामिका, उम्र 11 साल, पुत्री शेष राम
  • हरदेव, उम्र 30 साल, पुत्र चमारू राम
    Cloudburst in Rajban village in Drang
    राजबन में तबाही का मंजर (ETV Bharat)

प्रशासनिक अधिकारियों ने दिनभर संभाले रखा मोर्चा

जिला प्रशासन की ओर से सभी विभागों के आला अधिकारी भी घटनास्थल पर मोर्चा संभाले हुए थे. मृतकों के पोस्टमार्टम को लेकर मेडिकल की विशेष टीम मोर्चे पर जुटी रही. भारी बारिश से जानमाल के नुकसान के साथ-साथ चार कारें भी बाढ़ में बह गई. जिनमें एक कार राजबन और तीन कारें थलटूखोड़ में नाले का एकाएक जलस्तर बढ़ने से पानी के बहाव में बह गई. वहीं, राजबन में एक गाय और तीन भेड़ बकरियां भी मलबे में दब गई हैं. साथ ही थलटूखोड़ में दो घराट बह गए हैं, जबकि कई पुलों को नुकसान पहुंचा है. मूसलाधार बारिश से चौहारघाटी की लटराण और तरसवाण पंचायत में भी करोड़ों रुपये के नुकसान की सूचना है.

खतरे की जद में आने वाले मकानों को करवाया खाली

डीसी मंडी अपूर्व देवगन ने राजस्व विभाग के अधिकारियों को नुकसान का आकलन कर रिपोर्ट तैयार करने के दिशा निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि राहत मैन्युअल अनुसार मृतकों और पीड़ित परिवारों को रिलीफ फंड जारी किया जाएगा. वहीं, खतरे की जद में आए अन्य परिवारों को ठहरने की व्यवस्था उपमंडल प्रशासन ने मिडिल स्कूल ग्रामीण में की है. एसडीएम भावना वर्मा ने बताया कि राजबन गांव के आसपास के मकानों को भी खतरा बना हुआ है. इन मकानों को एहतियातन खाली कराया गया है.

ये भी पढ़ें: हिमाचल आपदा: जान-माल का करोड़ों रुपये का नुकसान, 4 लोगों की मौत इतने लोग अब भी लापता

ये भी पढ़ें: हिमाचल में कुछ जगहों पर भारी बारिश का अलर्ट, मंडी जिले में बंद रहेंगे शिक्षण संस्थान

ये भी पढ़ें: "लोगों की जान बचाना सरकार की पहली प्राथमिकता, आपदा के हालातों से निपटना बड़ी चुनौती", सीएम सुक्खू से ETV भारत की खास बातचीत

मंडी: जिला मंडी के तहत द्रंग के राजबन गांव में बादल फटने की घटना के बाद अभी भी 7 लोग लापता हैं. वीरवार दिनभर चले सर्च ऑपरेशन के बाद 2 शवों को और 1 घायल को मलबे से बाहर निकाला गया है. वहीं, एक शव और एक घायल को स्थानीय ग्रामीणों ने हादसे के बाद रात को ही मलबे से निकाल लिया था. वीरवार को रात होने के चलते रेस्क्यू टीम को सर्च ऑपरेशन रोकना पड़ा. आज सुबह से फिर सर्च एवं रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया जाएगा.

राजबन में अभी भी मलबे में 7 लोग लापता (ETV Bharat)

आधी रात को मलबे में समाए 3 मकान

बता दें कि बुधवार रात को चौहार घाटी के धमच्याण पंचायत के राजबन गांव में देर रात को बादल फटने से तीन रिहायशी मकान मलबे में समा गए. घटना में तीन परिवारों के 12 लोग इस मलबे में दब गए. हासदे में घायल दो लोगों को सिविल अस्पताल जोगिंदर नगर में प्राथमिक उपचार के बाद टांडा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है. बादल फटने की घटना बुधवार देर रात करीब साढ़े बारह बजे हुई. जब परिवार के सभी सदस्य गहरी नींद में सोए हुए थे.

दिन भरा चला सर्च ऑपरेशन

घटना का पता चलते ही जिला उपायुक्त अपूर्व देवगन और कार्यकारी उपमंडलाधिकारी पधर भावना वर्मा मौके पर पहुंचे. जिला उपायुक्त की मौजूदगी में मलबे में दबे लोगों की तलाश को लेकर सर्च ऑपरेशन चलाया गया. स्थानीय ग्रामीणों के साथ एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, अग्निशमन विभाग और जिला रेस्क्यू दल दिन भर सर्च ऑपरेशन में जुटे रहे. देर शाम तक मलबे से गंभीर रूप से घायल दो लोगों व 3 शवों को बरामद किया गया.

मलबे की चपेट में आए 3 परिवारों के 12 लोग

राजबन में बादल फटने के बाद हुई तबाही तीन परिवारों के लिए काल बन कर आई. ये लोग अपने घरों में जब चैन की नींद सो रहे थे तो इलाके में हुई तबाही की चपेट में आ गए और तीन परिवार के 12 लोग मलबे में दब गए. मलबे में दबने वाले लोगों की पहचान-

  • सौजू राम, उम्र 80 साल, पुत्र वजीरू राम
  • चिंडी देवी, उम्र 75 साल, पत्नी सौजू राम
  • सोनम, उम्र 23 साल, पत्नी राम सिंह
  • मानवी, उम्र 3 माह, पुत्री राम सिंह
  • अमन, उम्र 9 साल, पुत्र ज्ञान चंद
  • आर्यन, उम्र 8 साल, पुत्र खेम सिंह
  • चौत्री देवी, उम्र 90 साल, पत्नी गोरखू राम
  • खुड़ी देवी, उम्र 46 साल, पत्नी चंदन लाल
  • अनामिका, उम्र 11 साल, पुत्री शेष राम
  • हरदेव, उम्र 30 साल, पुत्र चमारू राम
    Cloudburst in Rajban village in Drang
    राजबन में तबाही का मंजर (ETV Bharat)

प्रशासनिक अधिकारियों ने दिनभर संभाले रखा मोर्चा

जिला प्रशासन की ओर से सभी विभागों के आला अधिकारी भी घटनास्थल पर मोर्चा संभाले हुए थे. मृतकों के पोस्टमार्टम को लेकर मेडिकल की विशेष टीम मोर्चे पर जुटी रही. भारी बारिश से जानमाल के नुकसान के साथ-साथ चार कारें भी बाढ़ में बह गई. जिनमें एक कार राजबन और तीन कारें थलटूखोड़ में नाले का एकाएक जलस्तर बढ़ने से पानी के बहाव में बह गई. वहीं, राजबन में एक गाय और तीन भेड़ बकरियां भी मलबे में दब गई हैं. साथ ही थलटूखोड़ में दो घराट बह गए हैं, जबकि कई पुलों को नुकसान पहुंचा है. मूसलाधार बारिश से चौहारघाटी की लटराण और तरसवाण पंचायत में भी करोड़ों रुपये के नुकसान की सूचना है.

खतरे की जद में आने वाले मकानों को करवाया खाली

डीसी मंडी अपूर्व देवगन ने राजस्व विभाग के अधिकारियों को नुकसान का आकलन कर रिपोर्ट तैयार करने के दिशा निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि राहत मैन्युअल अनुसार मृतकों और पीड़ित परिवारों को रिलीफ फंड जारी किया जाएगा. वहीं, खतरे की जद में आए अन्य परिवारों को ठहरने की व्यवस्था उपमंडल प्रशासन ने मिडिल स्कूल ग्रामीण में की है. एसडीएम भावना वर्मा ने बताया कि राजबन गांव के आसपास के मकानों को भी खतरा बना हुआ है. इन मकानों को एहतियातन खाली कराया गया है.

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Last Updated : Aug 2, 2024, 8:11 AM IST
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