अलीगढ़: यूपी के अलीगढ़ में बच्चों को अश्लील फिल्म दिखाने का एक व्यक्ति ने विरोध किया तो युवक ने उसे लाठी-डंडों से पीट-पीटकर अधमरा कर दिया. परिवार वालों ने उसे पहले स्थानीय अस्पताल फिर दिल्ली में सफदरगंज अस्पताल में भर्ती कराया. जहां 17 दिन इलाज चलने के बाद 45 वर्षीय व्यक्ति ने दम तोड़ दिया. मामले में पुलिस ने पीड़ित पक्ष का मुकदमा नहीं दर्ज किया तो परिवार वालों ने थाने पर शव रखकर हंगामा किया. पीड़ित परिवार का कहना है कि शिकायती पत्र देने के बाद भी पुलिस ने मुकदमा नहीं दर्ज किया.
मामला थाना छर्रा के नगला जफर मंजिल भीकमपुर इलाके का है. 45 वर्षीय होराम सिंह भीकमपुर में परिवार के साथ रहते थे. बताया जा रहा है कि 11 जून को गांव में बच्चे लूडो खेल रहे थे. वहीं पड़ोस का रहने वाला ज्ञान सिंह भी मौजूद था. इस दौरान होराम सिंह ने देखा कि ज्ञान सिंह बच्चों को गंदी फिल्में दिख रहा था. होराम ने इसका विरोध किया. इस पर विवाद बढ़ गया.
ज्ञान सिंह अपने भाइयों के साथ लाठी डंडे लेकर आया और होराम सिंह को पीटने लगा, जब परिजन बचाने आए, तो उनको भी पीटा. इस दौरान होराम सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें छर्रा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया. जहां से उन्हें इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर कर दिया गया था.
परिजनों ने थाना छर्रा में मारपीट का मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर दी थी, लेकिन थाने में सुनवाई नहीं हुई. गंभीर घायल होराम सिंह को दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया. 17 दिन बाद इलाज के दौरान होराम सिंह की मौत हो गई.
होराम के बेटे गौतम ने बताया कि सामान्य धारा में मुकदमा दर्ज किया गया. जिसके बाद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. परिजनों ने देर शाम शव को थाने ले जाकर हंगामा किया. पीड़ित परिवार के समर्थन में सैकड़ो लोग भी थाने पहुंच गए. इस मामले में अकराबाद थानाध्यक्ष दुलीचंद यादव ने बताया कि घटना को लेकर कानूनी कार्रवाई की जा रही है.
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