हाथरसः मुरसान क्षेत्र के गांव गिलोंदपुर के एक शख्स ने अपने दो भाइयों पर करीब 30 साल पहले पिता की हत्या कर उनका शव घर में ही दफनाने का आरोप लगाया है. यह आरोप उस समय सच साबित हुआ, जब खुदाई में नर कंकाल निकला. पुलिस और प्रशासन ने कंकाल को पोस्टमार्टम को भेजा है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कंकाल के डीएनए के बाद ही साफ होगा कि शव जिसका बताया जा रहा है, उसका है या नहीं. इसी आधार पर आगे की करवाई की जाएगी.
गांव गिलोंदपुर के पंजाबी सिंह ने पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों से शिकायत की थी कि उसके पिता के शरीर के अवशेष उसके घर के नीचे दबाया गया है. इस पर प्रशासन ने खुदाई शुरू करा दी थी. बृहस्पतिवार की देर रात खुदाई में एक नर कंकाल मिला है. पंजाबी सिंह ने बताया था कि 30 साल पहले उसके पिता बुद्ध सिंह को मार कर जमीन में गाढ़ दिया गया था. उसे पता चला था कि पिता का शव, जिस घर में वह रहते हैं, वहीं, दबाया गया है.
पंजाबी सिंह ने बताया कि गांव के ही राजवीर सिंह का उनके यहां आना-जाना था, जो पिताजी को पसंद नहीं था. इसको लेकर आए दिन पिता और उसके दो बड़े भाइयों के बीच विवाद होता था. एक दिन तीनों ने पिता जी की हत्या कर दी. उस समय मेरी उम्र करीब 8-9 साल थी. इसके बाद वह बाहर चला गया. यहां आया तो कुछ सबूत मिले. अधिकारियों का सहयोग मिला और खुदाई हुई. हम चार भाई हैं एक भाई मेरे साथ है, दो बड़े पिता की हत्या में शामिल थे.
पंजाबी सिंह ने पिछले दिनों डीएम रोहित पांडेय को दिए एक प्रार्थना पत्र दिया था. जिसमें बताया, एक जुलाई को उसका रुपए के लेनदेन को लेकर अपने बड़े प्रदीप कुमार और मुकेश कुमार उर्फ खन्ना से विवाद हो गया. इस पर दोनों भाइयों ने कहा कि तुझे भी पिता बुद्ध सिंह के पास पहुंचा देंगे. जैसा कि हमने आज से 30 साल पहले किया था. पुलिस प्रशासन ने पंजाबी सिंह के प्रार्थना पत्र पर संज्ञान लेते हुए घर के आंगन की खुदाई शुरू कर दी थी, जिसमें नर कंकाल निकला है.
सीओ हिमांशु माथुर ने बताया की खुदाई में बृहस्पतिवार की रात में कंकाल निकला है, जिसे पीएम के लिए भेज दिया है. डीएनए जांच के लिए भेजा जाएगा.जब तक डीएनए मैच हो जाए नहीं हो जाता तब तक कुछ भी नहीं कहा जा सकता कि यह कंकाल किसका है. आगे की कार्रवाई डीएनए के आधार पर होगी.