मैहर: हाल ही में बने नए जिले मैहर से एक ऐसी तस्वीर सामने आई है जिसे देखने के बाद आप भी हैरान रह जाएंगे. इस गांव में सड़क नहीं है या ये सड़क पानी में डूब गई है. चार लोग कंधे पर एक अर्थी को लेकर पानी के बीच से गुजर रहे हैं. बारिश के चलते गांव में बनी कच्ची सड़क भी नहीं बची और खेतों के बीच वह डूब गई.
कमर तक पानी, कंधे पर अर्थी
बारिश में ऐसी तस्वीरें देखने को मिल रही हैं कि कहीं मुक्तिधाम में टीन शेड नहीं है तो लोग तिरपाल लेकर अंतिम संस्कार के लिए पहुंच रहे हैं तो कई ऐसे गांव हैं जहां बारिश में सड़क डूब गई है या कच्ची सड़क है तो वह बह गई. ग्राम पंचायत रुहिया अमरपाटन जनपद में आती है. इस गांव में खेत खलिहान सभी जगह बारिश का पानी भर गया है. गांव की कच्ची सड़क भी बह गई. इस तस्वीर में चार लोग एक अर्थी को कंधा दिए हैं और कमर और घुटनों के ऊपर पानी से इस अर्थी को निकालने को मजबूर हैं. इन गांव वालों की माने तो यहां कभी सड़क बनी ही नहीं.
'सीईओ के माध्यम से करवाऊंगी जांच'
अमरपाटन एसडीएम आरती यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि "मीडिया के माध्यम से यह मामला हमारे सज्ञान में आया है. जहां पर घुटनों तक पानी भरा है जहां से लोग निकल रहे हैं. बिल्कुल ही इस पर कार्रवाई करने लायक है. अगर इस तरह की स्थिति है तो सीईओ के माध्यम से जांच करवाकर अग्रिम कार्रवाई करूंगी. अगर सड़क होती वो लोग वहां से उस तरह नहीं जाते लेकिन वर्षा काल है, जगह जगह जलभराव की स्थिति है तो इस बात की हमे जांच करनी होगी कि इस गांव में बिना सड़क के कनेक्टिविटी कैसे है, क्योंकि वो आम रास्ता तो बिल्कुल नहीं लग रहा है जिस रास्ते से जा रहे हैं."
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'वर्षाकाल होने से जलभराव की स्थिति'
अमरपाटन सीईओ ओपी अस्थाना ने जानकारी देते हुए बताया कि "यह मामला हमारे संज्ञान में आया है, वास्तविकता यही है कि वर्षाकाल होने के कारण जगह-जगह जलभराव की स्थिति है. मैं तत्काल इसको देखता हूं और हमारे दायरे में जो भी कार्रवाई होगी वो हम करेंगे.