देवास। शहर के बिलावली महाकालेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व से एक दिन पहले ही भक्तों ने दर्शन करना शुरू कर दिए. महाशिवरात्रि के दिन सुबह से भक्तों यहां भीड़ बढ़ गई. मंदिर पर श्रद्धालुओं का सैलाब दिनभर उमड़ता रहा. यहां मान्यता है कि भगवान महाकालेश्वर का यह शिवलिंग महाशिवरात्रि पर तिलभर बढ़ता है. शिव भक्तों की बिलावली मंदिर के प्रति अपार आस्था है. यहां आसपास के इलाके से भी भक्त दर्शन करने आते हैं. यह स्थान महान तपस्वी सदगुरु शीलनाथ महाराज की तपोस्थली के रूप में भी देशभर में जाना पहचाना जाता है.
तपस्वी शीलनाथ की अखंड धुनी स्थल पर आराधना
तपस्वी शीलनाथ की अखंड धुनी स्थल पर शिवभक्तों ने आराधना भी की. इसके अलावा श्मशान स्थित भूतेश्वर महादेव का भी आकर्षक श्रृंगार किया गया, जहां पर भंडारा भी हुआ. बिलावली शिव मंदिर में दर्शन करने जाने वाले भक्तों के लिए 100 से अधिक पंडालों पर प्रसाद का भंडारा चलता रहा. यहां भांग, फारयाली खिचड़ी, लाडू, सब्जी पूरी, फल, मिठाई सहित विभिन्न पकवानों को भक्तों को भंडारे के रूप में वितरित किया गया.
मन की हर मुराद पूरी करते हैं भोलेनाथ
देवास के बिलावली महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन करने के लिए शहरवासी तो आते ही हैं. आसपास के जिलों के लोग भी महाशिवरात्रि पर बड़ी संख्या में आते हैं. इंदौर व उज्जैन से हजारों भक्त भी इस महाशिवरात्रि पर्व पर यहां आए. ऐसा माना जाता है कि यहां भोलेनाथ से जो भी मुराद मांगी जाती है, वह जल्द पूरी हो जाती है. कई शहरवासी तो रोजाना यहां जलाभिषेक करने आते हैं. भक्तों का कहना है यहां से कोई खाली हाथ नहीं जाता.