प्रयागराज : कुंभ क्षेत्र में अखाड़ों की गतिविधियां तेज होने लगी हैं. महाकुंभ 2025 के लिए जमीन आवंटन के बाद पांच अखाड़ों का आवंटन एक साथ हुआ. बुधवार को निरंजनी, अग्नि आनंद, आह्वान और जूना अखाड़ा ने भूमि पूजन किया. संतों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ भूमि पूजन किया.
प्रयागराज में आयोजित होने जा रहे महाकुंभ 2025 में अखाड़ों की चहल पहल बढ़ने लगी है. अखाड़ों को भूमि वितरित करने के बाद अब अखाड़ों ने अपने शिविर स्थापित करने की प्रकिया शुरू कर दी है. शिविर स्थापना से पूर्व अखाड़ों ने भूमि पूजन की परम्परा पूरी की. बुधवार को पांच अखाड़ों ने अपना भूमि पूजन किया. भूमि पूजन में सभी 33 कोटि देवी देवताओं को आमंत्रित कर उन्हें कुंभ क्षेत्र में वास करने के लिए आवाहन किया गया. अग्नि अखाड़ा के महामंडलेश्वर ने कहा कि भूमि पूजन के उपरांत अब ये अखाड़े इसी आवंटित क्षेत्र में घेरा बनाकर सबसे पहले अपनी धर्म ध्वजा स्थापित करेंगे और फिर यहां उनके शिविरों का निर्माण शुरू हो जाएगा.
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने कहा कि आज बुधवार का दिन है. कहते हैं बुध काम करे शुद्ध. उन्होंने कहा कि बुधवार का दिन है, शुभ मुहूर्त था, शुभ लग्न था. 12:00 बजे से हमारा कार्यक्रम शुरू हुआ. सर्वप्रथम जूना अखाड़ा, आह्वान अखाड़ा, अग्नि अखाड़ा, निरंजनी अखाड़ा और आनंद अखाड़ा पांच अखाड़े ने आज भूमि पूजन किया है. हम सभी अखाड़ों ने जो हमारे देवी देवता हैं, 33 कोटी देवी देवता हैं, सभी का आवाहन किया कि सभी देवी देवता हमारे अखाड़े में आकर के बसें, उनको हमने अपना स्थान दिया है, जगह दी है, ताकि जो भी कुंभ का मेला शांति से संपन्न हो पाए. हमारी सब की भावना यही है, हमारा प्रयास है कि यह जो कुंभ का मेला है, कोई वाद ना हो, कोई विवाद ना हो, शांति से कार्य पूर्ण हो.
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