प्रयागराज : मौनी अमावस्या पर महाकुंभ में भगदड़ की घटना के बाद माहौल अभी तक गरमाया हुआ है. संत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ खड़े दिखाई दे रहे हैं तो वहीं विपक्ष पर भी जमकर हमला बोल रहे हैं. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने सपा मुखिया अखिलेश यादव के बयान पर कहा कि इन लोगों की कुदृष्टि महाकुंभ को लग गई. पूर्व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने महाकुंभ आयोजन को सफल बताया है.
भगदड़ में हुई 30 मौतों के बाद सीएम योगी काफी सक्रिय नजर आ रहे हैं. वह लगाचार अफसरों को दिशा- निर्देश दे रहे हैं. शनिवार को उन्होंने प्रमुख रास्तों का हवाई सर्वेक्षण भी किया. इन सबके बीच सपा मुखिया अखिलेश यादव से लेकर अन्य विपक्ष के नेता महाकुंभ आयोजन को सरकार की असफलता बता रहे हैं. इसे वीआआईपी आयोजन बता रहे हैं.
इसे लेकर पूर्व सांसद साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि कुंभ में जो दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी है, उससे कोई भी सहमत नहीं है. सरकार पूरी तरह से मुस्तैद दिखाई दे रही है. जिस कारण घटना घटी, उसकी पूरी जानकारी जुटाने की कोशिश हो रही है.
साध्वी ने कहा कि कुंभ में बहुत अधिक मात्रा में श्रद्धालु पूरे देश से आ रहे हैं. मैं स्वयं अपने कैंप में देख रही थी कि मुझे जितनी कल्पना थी उससे ज्यादा लोग आ गए. सरकार की व्यवस्था अच्छी थी, भीड़ बढ़ी तो उसे कंट्रोल किया गया. विपक्ष क्या कहता है, उस पर मैं अभी कुछ बात नहीं करना चाहूंगी.
वहीं अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्रपुरी का कहना है कि हमने कुंभ में आए करोड़ों श्रद्धालुओं से आह्वान किया था कि जिसे जहां-जगह मिले वह वहीं स्नान करें. मेला प्रशासन ने कोई कमी नहीं छोड़ी थी. सरकार ने कोई कमी नहीं रखी थी. खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सप्ताह में दो बार प्रयागराज आ रहे थे. वह संतों से मिलते थे. बातचीत करते थे. वह कहते थे कि जिनकी समस्या का समाधान नहीं हो रहा, वह डायरेक्ट उसने बात करे.
इससे बड़ी बात क्या हो सकती है, जब खुद मुख्यमंत्री स्वयं सारी चीजों पर ध्यान दे रहे हों. अचानक भीड़ ज्यादा हो गई. इसकी वजह से बैरिकेडिंग टूट गई. इसके लिए जिम्मेदार किसी को नहीं कहा जा सकता है, जो अनहोनी होनी थी वह हो गई. मुझे लगता है जिन लोगों ने हमारा और सनातन का विरोध किया था, महाकुंभ का विरोध किया था, उनकी कुदृष्टि ही सनातन धर्म को लगी है.
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