प्रयागराज : महाकुंभ में स्नान करने आने वालों में दक्षिण भारत के राज्यों के श्रद्धालुओं की संख्या काफी ज्यादा है. इनमें बड़ी संख्या में हैदराबाद, तेलंगाना और चेन्नई के श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. महाराष्ट्र से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु संगम स्नान कर रहे हैं. वे कुंभ मेले में घूम रहे हैं. डिजिटल अनुभूति केंद्र में पूरे महाकुंभ को डिजिटल तरीके से देख रहे हैं. उसे महसूस कर रहे हैं. कोई महाकुंभ आकर कह रहा है कि अब तो जैसे स्वर्ग मिल गया है तो किसी का कहना है कि अब हमारे सारे पाप धुल गए. हम अब पवित्र हो गए. ईटीवी भारत से तेलंगाना और महाराष्ट्र के कई श्रद्धालुओं ने अपने अनुभव साझा किए.
महाराष्ट्र से संगम तट पहुंचीं जया कैलाश बियानी का कहना है कि महाकुंभ में पहली बार आई हूं. बहुत अच्छा लग रहा है. पूरी धार्मिक नगरी है. मुझे स्नान करके बहुत अच्छा लगा. मेरा पूरा परिवार यहां पर आया है. महाराष्ट्र के ही एक छोटे से गांव से महाकुंभ में संगम स्नान करने आईं अनीता बियानी का कहना है कि कुंभ में तो ऐसा लगा जैसे हम साक्षात स्वर्ग में आए हैं. यहां आकर बहुत अच्छा लगा.
हैदराबाद से आए कृष्णा पांडया का कहना है कि महाकुंभ में आकर बहुत अच्छा लग रहा है. हमने यहां महाकुंभ देखा. हनुमान जी का मंदिर देखा. डिजिटल महाकुंभ देखा. वहां पर बहुत बढ़िया लगा. यहां सरकार ने भी व्यवस्थाएं बहुत अच्छी की हैं. अब हम साउथ में जाकर सबको बताएंगे कि जो लोग नहीं आ पाए उन्हें भी जाना चाहिए. मेरा पूरा परिवार यहां आया है.
तेलंगाना के वारंगल से आए देवीलाल जोशी का कहना है कि महाकुंभ में आकर बहुत अच्छा लग रहा है. हमें यहां आए 5 दिन हो गए हैं. रोज यहां पर स्नान कर रहे हैं. हनुमान जी के दर्शन किए. हम अयोध्या भी हो आए हैं. भगवान श्रीराम के दर्शन कर आए हैं. हम काशी विश्वनाथ भी होकर आए हैं. वहां भगवान शंकर के दर्शन किए हैं. सभी तीर्थ स्थान के हमने दर्शन किए हैं. सरकार की व्यवस्थाएं यहां पर बहुत अच्छी हैं.
वारंगल से आईं शकुंतला जोशी का कहना है कि यहां पर आकर बहुत अच्छा लगा. व्यवस्था बहुत अच्छी है. पांच दिन से हम यहां आए. बहुत अच्छा लगा है. सारे तीर्थ स्थान हमने देख लिए हैं. तेलंगाना से आई गोमती जोशी का कहना है कि यहां पर बहुत उल्लास है. यहां की व्यवस्था देखकर अब हम सोच रहे हैं कि हर चार साल बाद हम यहां जरूर आएंगे. अभी आधा परिवार आया है अब हमारा पूरा परिवार आएगा.
अब हम यहां से जाकर हैदराबाद में गुणगान करेंगे. सरकार ने जो सुविधा दी है हम सभी को जाकर बताएंगे कि वहां पर इतनी सुविधा है कि कुछ भी चिंता करने की जरूरत नहीं है. गोमती जोशी और प्रीती जोशी ने तेलगू भाषा में महाकुंभ को लेकर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की.