छपरा: जेष्ठ पूर्णिमा के अवसर पर बिहार के छपरा में डोरीगंज स्थित बंगाली बाबा घाट पर गंगा महाआरती गंगा गरिमा रक्षा संकल्प समारोह मनाया गया. जिला एवं सत्र न्यायाधीश पुनीत कुमार गर्ग और जय प्रकाश विश्वविद्यालय के वीसी डॉ. प्रमेंद्र कुमार वाजपेयी ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया. संरक्षण मंडल में लक्ष्मण किलाधीश श्रीश्री 1008 महंत मैथिली रमण शरण जी महाराज और राम जानकी मंदिर के महंत कृष्ण गिरी जी महाराज श्री राम जानकी मठ पाते पुर वैशाली भी उपस्थित थे.
गंगा-सोन और सरयू नदी के संगम पर महाआरती: इस कार्यक्रम का आयोजन चिरांद विकास परिषद गंगा समग्र द्वारा किया गया. आज चिरांद डोरीगंज स्थित बंगाली बाबा घाट पर इस भव्य महाआरती का आयोजन का हुआ. जिसमें वाराणसी से आए बटूकों ने गंगा आरती किया. गंगा-सोन और सरयू नदी के संगम स्थल पर आयोजित इस कार्यक्रम में काफी संख्या में श्रद्धालु और भक्त गण जुटे. यह कार्यक्रम देर रात 9 बजे के बाद शुरू हुआ और सारी रात चला. कई आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति की गई.
"सर्वप्रथम मंत्रोच्चारण के साथ दीप प्रज्वलित कर इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया और गंगा भजन की प्रस्तुति स्थानीय बाल कलाकार रौनक रतन द्वारा प्रस्तुत किया गया. सारण जिले में चिरांद डोरीगंज में यह कार्यक्रम आयोजित किया जाता है. चिरांद डोरीगंज का पुरातत्विक और धार्मिक महत्व की भूमि रही है. यह राजा मोरध्वज की भूमि है."- कृष्ण कांत, अध्यक्ष, चिरांद विकास परिषद
क्या है पौराणिक कथा?: इस जगह की पौराणिक कहानी ये है कि इस जगह पर राजा मौरध्वज की जब भगवान ने परीक्षा ली और कहा मेरा शेर भूखा है. तब राजा मौरध्वज ने अपने एकमात्र बेटे के शरीर को आड़े से चीरा था और शेर की भूख को शांत किया था. इस लिए इस जगह का नाम चिरांद है.
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