भोपाल। एमपी में नर्सिंग घोटाले का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. राजधानी भोपाल में गुरुवार को कांग्रेस ने कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग को लेकर जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान भाजपा कार्यकर्ता भी नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते रहे. अशोका गार्डन थाने के सामने दोनों ही पार्टी के कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
दिग्विजय टीआई से बोले- थाना आप चला रहे कि मंत्री जी
दरअसल, कांग्रेस कार्यकर्ता नर्सिंग घोटाले में मंत्री विश्वास सारंग के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिए प्रभात पेट्रोल पंप से लेकर थाना अशोका गार्डन तक पैदल मार्च किया, लेकिन थाने के पास पहुंचने पर पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोक दिया. जिसके बाद कांग्रेसी सड़क पर ही धरना देने लगे. इस दौरान अशोका गार्डन टीआई कांग्रेस कार्यकर्ताओं के पास आकर प्रदर्शन समाप्त करने और शिकायती पत्र उनको देने की मांग की. जिस पर कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने टीआई से कहा कि 'हम थाने में जाकर ही एफआईआर दर्ज कराने के लिए पत्र देंगे. उन्होंने टीआई से कहा कि हमें बाहर क्यों रोका जा रहा है. थाना आप चला रहे हैं या मंत्री जी.'
मोहन यादव पर कौन है भारी,
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) July 18, 2024
विश्वास सारंग भ्रष्टाचारी !!
ये प्रदेश का वो युवा कह रहा है जिसके भविष्य का नर्सिंग घोटाले में क़त्ल किया गया! प्रदेश के लाखों बच्चों के साथ हुए अन्याय के दोषियों को BJP सरकार सजा देने के बजाए संरक्षण दे रही है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। pic.twitter.com/EiiRJHRUlt
कांग्रेस की रैली में घुसे बाहरी लोग, कार्यकर्ताओं से की हाथापाई
कांग्रेस की रैली जैसे ही अशोका गार्डन में मंडी चौराहे के पास पहुंची. उसमें बाहरी लोग घुस गए. इस पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं से विवाद हो गया. पुलिस ने इन लोगों को भीड़ से बाहर निकाला, लेकिन कुछ देर में वो लोग कुछ और लोगों को साथ लेकर आ गए और कांग्रेस कार्यकर्ताओं से झूमाझटकी करने लगे. ऐसे में दिग्विजय सिंह को भी बीच बचाव करना पड़ा. उन्होंने पुलिस से कहा कि ऐसे लोगों को थाने में बंद करिए. ये माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं. जिसके पुलिसकर्मियों ने बाहरी लोगों को बाहर निकाला.
उमंग सिंघार और हेमंत कटारे पर एफआईआर दर्ज करने की मांग
इधर भाजपा कार्यकर्ता भी कांग्रेस के प्रदर्शन की जानकारी लगते ही अशोका गार्डन थाने पहुंच गए थे. इनके हाथ में उमंग सिंघार की कथित महिला मित्र की आत्महत्या के मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर तख्तियां थी. वहीं कुछ तख्तियों में हेमंत कटारे पर एक महिला के अपरहरण के मामले में दर्ज एफआईआर के कारण गिरफ्तारी की मांग को लेकर स्लोगन लिखा गया था. भाजपा कार्यकर्ता निरंतर थाने के सामने दोनों नेताओं के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाते रहे और कार्रवाई की मांग की.
आज भोपाल में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह जी, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री जीतू पटवारी जी एवं नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार जी के नेतृत्व में नर्सिंग कॉलेज घोटाले को लेकर मोहन यादव सरकार के मंत्री विश्वास सारंग पर FIR दर्ज करने हेतु नरेला विधानसभा में पैदल मार्च कर अशोका गार्डन… pic.twitter.com/8nO8eAhj2K
— MP Congress (@INCMP) July 18, 2024
कांग्रेस ने पुलिस पर लगाया पक्षपात का आरोप
कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने कहा कि 'जब पुलिस का पता था, कि 18 जुलाई को कांग्रेस यहां प्रदर्शन करने वाली है. ऐसे में पुलिसकर्मियों ने भाजपा कार्यकर्ताओं को थाने परिसर में सुंदरकांड कराने की अनुमति कैसे दी. बता दें कि अशोका गार्डन थाना परिसर में एक मंदिर है. जहां गुरुवार सुबह से भाजपा कार्यकर्ताओं ने सुंदरकांड का आयोजन किया था. इस दौरान बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थी. जैसे ही कांग्रेस कार्यकर्ता थाने के सामने पहुंचे, महिलाओं ने कांग्रेस के खिलाफ नारेबाजी शुरु कर दी.
यहां पढ़ें... उड़ते रीवा से कहीं शर्मा ना जाए उड़ता पंजाब, कोरेक्स के नशे में डूबे हैं लोग- उमंग सिंघार एमपी में NSUI का बड़ा प्रदर्शन, पुलिस ने छोड़े आंसू गैस और वाटर कैनन, परीक्षा घोटालों का विरोध |
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने अशोका गार्डन थाने में की शिकायत
कांग्रेस के इस प्रदर्शन में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, विधायक आरिफ मसूद, विधायक आतिफ अकील, महिला कांग्रेस की विभा पटेल, संगीता शर्मा, कृणाल चौधरी, जेपी धनोपिया, राजीव सिंह समेत करीब 500 कार्यकर्ता शामिल हुए, लेकिन भाजपा कार्यकर्ताओं के द्वारा हो रहे प्रदर्शन कि वजह से पुलिस ने इन्हें थाने के बाहर ही रोक दिया. हालांकि बाद में जीतू पटवारी, जेपी धनोपिया, दिग्विजय सिंह और आरिफ मसूद जबरदस्ती थाने के अंदर घुसे और विश्वास सारंग के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए शिकायती आवेदन दिया.