जयपुर. नवरात्र महापर्व के दौरान छोटी काशी में त्रिकूट पर्वत नजर आएगा. जहां बर्फीले पहाड़ों पर माता वैष्णो देवी के साक्षात दर्शन हो सकेंगे. जयपुर के राजा पार्क स्थित सूरज मैदान में माता वैष्णो देवी का दरबार सजेगा. यहां त्रिकूट पर्वत कटरा का रूप दिया जा रहा है. वहीं बर्फीले पहाड़ों पर मां वैष्णो देवी और भैरव मंदिर दर्शाया जाएगा. यहां आयोजन समिति ने श्रद्धालुओं को प्राकृतिक आभास करने की व्यवस्था की है. जिसके तहत आसमान से कड़कड़ाती हुई बिजली और कृत्रिम बादलों से गिरती हुई बर्फ दिखाई देगी. बंगाल से आए हुए करीब 150 कारीगर इस दरबार को तैयार कर रहे हैं.
जयपुर में 7, 8 और 9 अक्टूबर को शाम 5:00 बजे से रात 10:00 बजे तक मां वैष्णो देवी का दरबार सजेगा. आयोजन समिति के अध्यक्ष राजेंद्र खंडेलवाल ने बताया कि पहले ये आयोजन गलता घाटी, हीदा की मोरी, विद्याधर नगर में किया जा चुका है. और इस बार सूरज मैदान में ये आयोजन हो रहा है. यहां कटरा से लेकर त्रिकूट पर्वत का रूप दिया गया है. जहां बाणगंगा, चरण पादुका, अर्धकुंवारी गुफा, हाथी मत्था, सांझी छत, बर्फीले पहाड़ों पर मां वैष्णो देवी और भैरव मंदिर के साक्षात दर्शन हो सकेंगे. यहां लगभग 5000 से 10000 श्रद्धालु हर दिन आने की संभावना है. माता के दरबार के अलावा स्वचालित झांकियां, कन्याओं की सजीव झांकी, कन्या पूजन, महाआरती जैसे आयोजन भी होंगे. इस पूरी यात्रा को करीब 400 स्वयंसेवक संभालेंगे. आयोजन स्थल पर दिव्यांग और बुजुर्गों के लिए अलग व्यवस्था की गई है. उन्हें पूरे प्रांगण में चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा, उन्हें सीधे दर्शन हो सकेंगे.
पढ़ें: नवरात्रि का पांचवां दिन आज, ऐसे करें मां स्कंदमाता की पूजा - Shardiya Navratri 2024
वहीं आयोजन समिति के संयोजक चंद्र प्रकाश राणा ने बताया कि कुछ लोग वैष्णो देवी नहीं जा पाते हैं. उन्हें साक्षात हूबहू रूप में माता के दर्शन कराए जाएंगे. इसके अलावा यहां सुरक्षा व्यवस्था और मेडिकल व्यवस्था चाक-चौबंद की गई है. पूरा कार्यक्रम इंश्योर्ड रहेगा. यहां पहाड़ी गुफा के समान ही स्वरूप बनाया जा रहा है. आसमान से कड़कड़ाती हुई बिजली, कृत्रिम बादलों के बीच से गिरते हुई बर्फ भी दिखाई देगी. यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को पूरा प्राकृतिक आभास कराया जाएगा.
इस आयोजन में सनातन हिंदू महापंचायत, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ता अपनी सेवाएं देंगे. वहीं कार्यक्रम को सुव्यवस्थित करने के लिए 21 समितियां भी बनाई गई हैं. कार्यक्रम में शहर और प्रदेश के जनप्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया गया है.